कोरबा। कटघोरा वनमंडल के केंदई व कोरबा के कुदमुरा रेंज के जंगलों में हाथियों की दस्तक से इस वनांचल क्षेत्र के तेंदूपत्ता संग्राहकों को सतर्क कर दिया गया है। तेंदूपत्ता तोडऩे घने जंगलों के बीच नहीं जाने जागरूक किया जा रहा है। हाथियों के आ पहुंचने से तेंदूपत्ता संग्रहण का काम प्रभावित हुआ है।
मरवाही से 32 हाथियों का दल कटघोरा वनमंडल के पसान से केंदई रेंज के जंगलों की ओर आगे बढ़ा। यहां से दल में शामिल 9 हाथी कोरबा वनमंडल के बालको रेंज होते हुए अब कोरकोमा से कुदमुरा पहुंच गया है। इधर 23 हाथी अभी भी केंदई रेंज के जंगल में डेरा डाले हुए हैं। इन दिनों तेेंदूपत्ता संग्रहण का कार्य जारी है जो ग्रामीणों के आय का जरिया भी है। हालांकि हाथी प्रभावित क्षेत्रों में अभी पत्तों के फड़ में संग्रहण बंद करने की नौबत नहीं आई है। लेकिन सुबह देरी से जंगल की ओर जाने ग्रामीणों को सलाह देने के साथ अलर्ट रहने गांव में वन अमला मुनादी जरूर करा रहा है। हाथियों का रूख किस दिशा में आगे बढ़ेगा यह उनके कदम बढ़ाने पर ही पता चल पाता है। ऐसे में हाथियों पर निगरानी रखी जा रही है। एक रेंज से दूसरे रेंज की सीमा पर पहुंचते ही आसपास के प्रभावित गांवों में वन अमला पहुंचकर ग्रामीणों को अलर्ट करने में जुटा है।