कोरबा

निमोनिया को लेकर सांस कार्यक्रम…।

न्यूमोनिया से बच्चों की होने वाली मृत्यु को कम करने का लक्ष्य

 

कोरबा/ट्रैक सिटी न्यूज़। कलेक्टर संजीव झा के मार्गदर्शन में न्यूमोनिया बीमारी की रोकथाम और 5 वर्ष तक आयु के बच्चों में न्यूमोनिया के शीघ्र पहचान के लिए जिले में सांस ( सोशल अवेयरनेस एंड एक्टिम टू न्यूट्रलाइज न्यूमोनिया सक्सेसफुली) अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य नवजात बच्चों के मृत्यु दर में भी कमी लाना है। सांस अभियान के अंतर्गत बच्चों में न्यूमोनिया बीमारी के उपचार व नियंत्रण के लिए प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मचारियों चिकित्सा अधिकारी स्वास्थ्य कार्यकर्ता व मितानिनों की भूमिका से अवगत कराया गया। डॉ केशरी ने बताया कि न्यूमोनिया फेफड़ों के संक्रमण से जुड़ी एक बीमारी है, जो वायरल, बैक्टीरिया या फंगल संक्रमण के कारण होता है। बच्चे सबसे ज्यादा इससे प्रभावित होते हैं। न्यूमोनिया बीमारी पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए बड़ा खतरा है। देश मे 5 वर्ष से कम आयु के प्रति एक हजार जीवित बच्चों में 37 की मृत्यु हो जाती है। जिसमे 5.3 प्रतिशत मृत्यु न्यूमोनिया के कारण होती है। उपचार व्यवस्था को लेकर डॉ केशरी ने कहा कि गंभीर रूप से न्यूमोनिया पीड़ित बच्चों के इलाज के लिए जिला अस्पताल कोरबा में स्पेशल न्यू बोर्न केयर यूनिट (एसएनसीयू) व अन्य सुविधाएं है। सरकार ने 2025 तक न्यूमोनिया से बच्चों की होने वाली मृत्यु को 03 प्रतिशत से कम करने का लक्ष्य रखा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने कहा कि न्यूमोनिया के कारण होने वाली मौतों को कम करने के उद्देश्य से सांस अभियान जिले में चलाया जा रहा है। उन्होने बीमारी के कारण व उसके बचाव और इलाज के संबंध में विस्तार से बताया। बच्चों में होने वाले न्यूमोनिया के नियंत्रण के लिए प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों-चिकित्सा अधिकारी, स्वास्थ्य कार्यकर्ता व मितानिनों के सहयोग से अलग-अलग स्तर पर इलाज की व्यवस्था की जानकारी दी गई। बच्चों मे न्यूमोनिया के उन्मूलन के लिए स्तनपान व बच्चों की उम्र के अनुसार पूरक आहार पर जोर देते हुए। जागरूकता अभियान चलाया चलाने पर जोर दिया।

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