कोरबा (ट्रैक सिटी) नगर पालिका निगम कोरबा के नेता प्रतिपक्ष कृपाराम साहू ने निगम आयुक्त को पत्र लिखा है। निगम आयुक्त को लिखे गए पत्र में उन्होंने कहा है कि नगर पालिका निगम कोरबा के अंतर्गत महापौर के निर्देश पर आजकल बड़े पैमाने पर फिजूल खर्च की जा रही है । अनावश्यक एवं अनूपयोगी कार्यों का प्रस्ताव बनाकर सौंदर्यीकरण के बहाने करोड़ों रुपए का कार्य कराया जा रहा है। इस तरह जनता की गाढी कमाई को बेतहाशा खर्च किया जाना समझ से परे है। विभिन्न स्थानों पर इसका नमूना देखा जा सकता है जैसे बुधवारी बाजार के पास सीएसईबी हॉस्पिटल की बाउंड्री वॉल के बाहर, जैन मंदिर परिसर की बाउंड्री के बाहर तथा कोसाबाडी चौक पर वर्षों से फुटपाथ पर धंधा कर रहे छोटे-छोटे फुटपाथ व्यवसाईयों को नुकसान पहुंचाने मोटे-मोटे लोहे के पाइप का ग्रिल बनाकर ग्रिल की दीवार खड़ी कर दी गई नतीजा यह हुआ कि फुटपाथ व्यवसायी उस ग्रिल के बाहर अपनी दुकान लगाए है जिससे सडक की चौड़ाई पहले से कम हो जाने के कारण प्रतिदिन आवागमन बाधित हो रहा है।
इसके अतिरिक्त उन ग्रिल के दीवारों के आगे थर्मोप्लास्टिक रोड मार्किंग का कार्य करवाया जा रहा है जिसमें नो पार्किंग लिखवाया जा रहा है। यह काफी महंगा काम है इसके बावजूद इसका कोई उपयोग नहीं है। नो पार्किंग लिखे हुए के ऊपर प्रतिदिन ठेला वहां अन्य सामान पड़े रहते हैं अर्थात इतना खर्चीला थर्मोप्लास्टिक का कराया गया कार्य बेकार है। यह सब फिजूल खर्ची वाला काम वर्तमान महापौर के कार्यकाल की उपज है आर्थिक अनियमित का आरोप ना लगे इसके लिए निगम के अधिकारियों द्वारा एक सूची समझी चाल के तहत करोड़ के काम को टुकड़ों टुकड़ों में प्राक्कलन बनाकर मरम्मत संधारण मत से वार्षिक दर निर्धारण टेंडर के माध्यम से छोटा-छोटा कार्य आदेश जारी कर कार्य कराया जा रहा है। जिससे पैसे की बर्बादी हो रही है। इस तरह नगर पालिका निगम कोरबा के अधिकारियों की शातिराना चाल कहे या अदूरदर्शिता या महापौर के निर्देशों के पालन की मजबूरी कहें इतना तो पक्का है कि जनता की गाढी कमाई का पैसा जो निगम को टैक्स के रूप में भुगतान किया गया है को कमीशन के चक्कर में फिजूल खर्ची कर बर्बाद किया जा रहा है।
अतः उक्त फिजूल खर्ची पर अंकुश लगाया जाने के लिए उचित दिशा निर्देश दिए जाना अपेक्षित है ताकि निगम की आर्थिक क्षति को रोका जा सके साथ इस नुकसान के लिए दोषी व्यक्ति के ऊपर उचित कार्रवाई करना निगम हित में होगा।