कोरबा । कोरबा के संवेदनशील क्षेत्रीय विधायक व प्रदेश के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन मंत्री जयसिंह अग्रवाल कोरबा के चहुमुंखी विकास के प्रति हमेशा जागरूक रहते हैं, फिर मामला चाहे क्षेत्र की सड़कों का हो या फिर विद्यालयों के उन्नयन का। अपनी तरफ से हर संभव कोशिश कर क्षेत्र की जनता को बेहतर सुविधा मुहैया कराने के प्रति कृत संकल्पित रहते हैं। इसी कड़ी में विगत दिनों बिलासपुर में एस.ई.सी.एल. के अध्यक्ष-सह-प्रबंध निदेशक पी.के. मिश्रा व दो अन्य निदेशकों और उनकी टीम के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने मिलकर राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल से सौजन्य मुलाकात करते हुए शॉल ओढ़ाकर व पुष्पगुच्छ भेंटकर उनका सम्मान किया। इस मुलाकात में क्षेत्रीय विकास के संबंध में विस्तार से चर्चा की गई। पी.के. मिश्रा ने राजस्व मंत्री को कोरबा के विकास के लिए किए गए अनेक महत्वपूर्ण व ऐतिहासिक कार्योंं के लिए बधाई देते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में कोरबा का चहुंमुखी विकास हो रहा है जिसके तहत उनके अथक प्रयासों से कोरबा के नागरिकों के लिए मेडिकल कॉलेज की सौगात तो मील का पत्थर साबित हुई है। इसी प्रकार से आम नागरिकों की सुविधा के लिए क्षेत्र में कराए जा रहे व्यापक पैमाने पर निर्माण कार्यों में सभी समाज के लिए सामुदायिक भवन की सौगात तो दूसरी तरफ सुरक्षित आवागमन के लिए सड़कों का उन्नयन, क्षेत्र के नागरिकों के लिए पेयजल की सुविधा और बिजली की व्यवस्था आदि के साथ ही बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की ओर भी विशेष घ्यान रखने के लिए एस.ई.सी.एल. प्रबंधन ने राजस्व मंत्री को साधुवाद दिया। क्षेत्रीय विकास में एस.ई.सी.एल प्रबंधन की सहभागिता के लिए राजस्व मंत्री ने सराहना करते हुए कहा कि कोरबा के विकास में कोरबा अंचल में स्थापित सभी उद्योग समूहों का योगदान है लेकिन एसईसीएल का विशेष योगदान अन्य उद्योग समूहो के लिए अनुकरणीय है।
राजस्व मंत्री ने कोरबा में दो अन्य प्रमुख सड़क मार्गों के चौड़ीकरण व उन्नयन का प्रस्ताव एस.ई.सी.एल प्रबंधन के समक्ष रखा जिसपर अध्यक्ष पी.के. मिश्रा ने सहर्ष ही सैद्वांतिक स्वीकृति प्रदान किया। जिन दो प्रमुख मार्गों के चौडी़करण व उन्नयन का प्रस्ताव राजस्व मंत्री ने रखा उनमें से पहला सर्वमंगला नगर चौक, बरमपुर (कुसमुण्डा रोड टर्निंग) से दर्री बरॉज तक की लगभग 8 किलोमीटर लम्बाई की सी.सी. रोड एवं दूसरा कुचैना मोड़ से एस.ई.सी.एल. गेवरा महाप्रबंधक कार्यालय तक लम्बाई लगभग 5 किलोमीटर डामरीकृत सड़क के चौड़ीकरण व सड़क को सीधा करने एवं समतल करते हुए उन्नयन कार्य का प्रस्ताव रखा। दोनों प्रस्तावों पर विस्तृत चर्चा के उपरान्त एस.ई.सी.एल. के सी.एम.डी श्री मिश्रा ने सैद्धांतिक सहमति देते हुए विस्तृत प्राक्कलन प्रस्तुत करने का अनुरोध किया ताकि प्रस्ताव पर वित्तीय स्वीकृति प्रदान की जा सके।
इस क्रियान्वयन की कड़ी में शीघ्र ही अमल करने के लिए स्थानीय लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को विस्तृत प्राक्कलन तैयार करने के लिए राजस्व मंत्री द्वारा निर्देश दिया गया है। जैसे ही लोक निर्माण विभाग द्वारा इन दोनों सड़कों के लिए विस्तृत प्राक्कलन तैयार कर प्रस्तुत कर दिया जाता है, एस.ई.सी.एल. द्वारा सी.एस.आर. मद से राशि उपलब्ध कराया जा सकेगा और उसके बाद इन दोनों ही सड़कों का निर्माण कार्य भी आरंभ हो सकेगा।
एक तरफ एस.ई.सी.एल. के सहयोग से तरदा से इमलीछापर तक लम्बाई लगभग 27.5 किलोमीटर की सड़क का निर्माण कार्य जारी है जिसकी पूर्णता के पश्चात् और इन दोनों प्रस्तावित सड़कों के बन जाने से कोरबा के आम नागरिकांे को बहुत राहत मिल जाएगी और एस.ई.सी.एल. के भारी वाहनों का कोरबा शहर में आवाजाही बंद हो जाएगा। फलस्वरूप प्रदूषण से शहरवासियों को राहत तो मिलेगी ही आम नागरिकों का सड़को पर सुरिक्षत आवागमन सुगम हो सकेगा और दुर्घटनाओं पर भी अंकुश लग सकेगा। एस.ई.सी.एल. द्वारा तरदा से इमलीछापर तक की सड़क निर्माण के लिए सी.एस.आर. मद से 190 करोड़ की राशि पहले ही स्वीकृत की गई है तो कोरबा के पहले शासकीय विद्यालय के उन्नयन व उसमें सुविधा विस्तार के लिए 7 करोड़ 15 लाख रूपये का योगदान किया गया है।
क्षेत्र की जरूरतों के प्रति संवेदनशील व चहुमुंखी विकास के प्रति कृत संकल्पित राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल आरंभ से ही जुझारू प्रकृृृति के रहे हैं और यही वजह है कि क्षेत्रीय जनता का उन्हें सदैव स्नेह व आशीर्वाद प्राप्त होता है। इस बैठक में राजस्व मंत्री के साथ कोरबा नगर पालिक निगम के महापौर राजकिशोर प्रसाद, सभापति श्यामसुंदर सोनी, श्रीकांत बुधिया और कोरबा जिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष सुरेन्द्र प्रताप जायसवाल विशेष रूप से उपस्थित रहे।
