कोरबा/ट्रैक सिटी न्यूज़ । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा रेत के अवैध खनन व परिवहन के विरुद्ध सख्त कार्रवाई करने के निर्देश के बाद भी राताखार गेवरा घाट और सीतामढ़ी क्षेत्र से अवैध रेत का कारोबार जोरों पर हैं। माफिया बेखौफ होकर दिन के उजाले और रात के अंधेरे में रेत के खनन में लग जाते हैं ।माफिया नदी से रेत का अवैध रूप से खनन व परिवहन कर मोटी कमाई कर रहे हैं।
हम आपको एक वीडियो दिखाने जा रहे हैं जिसमें ट्रैक्टर चालक गुरुवार की रात गेवरा घाट से ट्रैक्टर में अवैध रेत के परिवहन कार्य में लगा था। ड्राइवर को नहीं पता था कि उसका वीडियो बन रहा है, वीडियो बना रहे व्यक्ति द्वारा जब उनसे पूछा गया रेत का रायल्टी पर्ची नहीं है फिर भी इतने महंगे दामों में वितरण कर रहे हो इतना सुनते ही चालक ने कहा रॉयल्टी नहीं है तो क्या हुआ 9000 देते हैं थाने में और खनिज विभाग को अलग से नजराना पेश करना पड़ता है।
रेत की अवैध खनन व परिवहन पर नकेल कसने शासन के सख्त निर्देश के बाद भी राताखार और सीतामढ़ी क्षेत्र में दिनदहाड़े और रात में अवैध रेत का कारोबार धड़ल्ले से शुरू हो जाता हैं। नदी में एक साथ दर्जनों ट्रैक्टर रेत के अवैध परिवहन कार्य में लगे रहते हैं। माफिया बेखौफ होकर शासन को राजस्व की क्षति पहुंचाते हुए खुद मोटी कमाई कर रहे हैं।
शासन अब रेत खदानों का संचालन ठेका सिस्टम से बंद कर रही है इसलिए जिन खदानों के ठेका अवधि पूरी हो चुकी है ऐसे शहरी क्षेत्र की रेत खदान को नगरीय निकाय और ग्रामीण क्षेत्र के खदान को संबंधित ग्राम पंचायत को सौंपा जाना है लेकिन एनजीटी के प्रतिबंध अवधि के 1 महीने से भी ज्यादा समय बीतने के बाद भी शासन से अब तक गाइडलाइन नहीं आई है ऐसे में ठेका अवधि पूरी होने के बाद भी जिले की कई खदान शुरू नहीं हो सके हैं।
वीडियो में आप चालक की बात को सुन सकते हैं। चालक द्वारा जो बातें कही जा रही है वह बेहद ही संगीन है। इन बातों को शासन प्रशासन गंभीरता से लेकर जांच पड़ताल कराए तो रेत के अवैध कारोबार से जुड़े वह इन्हें शह देने वाले बेनकाब हो जाएंगे।