मुंगेली (ट्रैक सिटी)। जिले के वनांचल क्षेत्र में निवासरत आदिवासियों और लघु वनोपज संग्रहणकर्ताओं के आजीविका संवर्धन के लिए लोरमी में एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरूआत छत्तीसगढ़ महतारी के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया गया। डिप्टी कलेक्टर अजय शतरंज ने कार्यशाला में सामुदायिक वन संसाधन अधिकार, दावे, समितियों के गठन, वन आधारित आजिविका संवर्धन के उद्देश्यों की जानकारी दी। इस दौरान स्टेट यूनिट समन्वयक रायपुर नमिता मिश्रा, टाटा ट्रस्ट सलाहकार जयपाल सिंह, अमितांशु चैधरी, मनजीत कौर, मुराद अली, संगीता साहू, उपेन्द्र साहू और संबंधित विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
कार्यशाला में वन आधारित आजीविका संवर्धन, लघु वनोपज क्षेत्र में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए विभिन्न उपायों पर विस्तार से चर्चा की गई। आयोजित कार्यशाला में सामूहिक वनाधिकार, वनोपज, जैव विविधता आदि विषयों पर चर्चा की गई तथा प्रगति पर विश्लेषण किया गया। कार्यशाला में कार्यक्रम से जुड़े विभिन्न विभागों की भूमिका एवं जिम्मेदारी, डिस्ट्रिक्ट सपोर्ट ग्रुप के गठन आदि विषयों पर भी चर्चा की गई।
आयोजित कार्यशाला में फाउंडेशन फाॅर इकोलाॅजिकल सिक्यूरिटी की भूमिका, जनजाति एवं महिलाओं पर केन्द्रित आजीविका आधारित गतिविधि के बारे में जानकारी दी गई। इसके माध्यम से वनोपज के संग्रहण, विपणन की प्रक्रिया पर चर्चा की गई तथा वन आधारित आजीविका गतिविधियों को बढ़ाने के लिए विभिन्न नवाचारों के बारे में बताया गया।