कोरबा, ट्रैक सिटी। भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक वेदांता एल्यूमिनियम ने विश्व कैंसर दिवस पर कैंसर रोगियों को (खासकर ग्रामीण इलाकों के) सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सुविधाएं एवं सहयोग देने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है। इस अवसर पर वेदांता ग्रुप की रायपुर स्थित अत्याधुनिक कैंसर अस्पताल तथा भारत के सर्वश्रेष्ठ कैंसर केयर अस्पतालों में से एक बालको मेडिकल सेंटर (बीएमसी) ने छत्तीसगढ़ में कैंसर जागरुकता गतिविधियों की एक श्रृंखला का आयोजन किया जो कैंसर की रोकथाम, पता लगाने और इलाज पर केन्द्रित रही। बीएमसी की कोशिशों की थीम रही ’क्लोज़िंग द केयर गैप’ यानी कैंसर के इलाज में जो कमियां हैं उन्हें दूर करना और इसके लिए कैंसर केयर को लोगों के दरवाजे तक पहुंचाया गया। इसके तहत एक मैमोग्राफी वैन को लोगों के बीच भेजा गया जिसमें स्तन कैंसर, बच्चे दानी तथा सिर व गर्दन के कैंसर का पता लगाने की जांच की गई। ये तीनों कैंसर भारत में सबसे ज्यादा आम हैं। इसके अलावा रायपुर में एक कीमोथेरपी डे केयर सेंटर भी खोला गया है ताकि कैंसर रोगियों को कीमोथेरपी के लिए दूरस्थ जगहों की यात्रा न करनी पड़े। बालको ने कोरबा में हैल्पेज इंडिया एनजीओ के सहयोग से विभिन्न कार्यक्रम और जागरुकता शिविर आयोजित किया।
4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है, यह एक वैश्विक पहल है जो कैंसर के बारे में जागरुकता बढ़ाने को समर्पित है तथा इस दिवस पर कैंसर रोगियों व सर्वाइवरों की दृढ़ता व इच्छाशक्ति का सम्मान किया जाता है। कंपनी की गतिविधियों के अंतर्गत बीएमसी ने स्कूलों एवं सोसाइटियों में जागरुकता सत्र तथा रायपुर शहर में एक कैंसर जागरुकता वॉक भी आयोजित किया गया। इसके साथ ही बीएमसी ने प्रिवेंटिव कैंसर स्क्रीनिंग पैकेजों व फार्मेसी पर विशेष ऑफर तथा कैंसर रोगियों के लिए मुफ्त सेकंड ओपिनियन की भी घोषणा की है।
2018 में अपनी स्थापना से लेकर अब तक बीएमसी 35,000 से ज्यादा रोगियों को सेवाएं दे चुका है तथा देश में कैंसर जागरुकता व उपचार में मौजूद कमियों को दूर कर रहा है। यह केन्द्र भारत का सबसे बेहतर कैंसर अस्पताल है जहां मरीज एडवांस्ड रेडिएशन थेरपी, ब्रैकीथेरपी, न्यूक्लियर मेडिसिन, सर्जरी, कीमोथेरपी, इम्यूनोथेरपी, रक्त-संबंधी विकारों, प्लास्टिक व रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी तथा पीड़ा एवं प्रशामक देखभाल जैसे उपचारों के लिए आते हैं। इस अत्याधुनिक अस्पताल में 170 बिस्तर और अत्याधुनिक डायग्नोस्टिक व थेरप्यूटिक क्षमताएं मौजूद हैं। बालको मेडिकल सेंटर देश में कैंसर के इलाज, जागरुकता, इंफ्रास्ट्रक्चर और विशेषज्ञता की कमियों को दूर करने के लिए प्रयासरत है। इसके अलावा इस सेंटर ने प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ गठजोड़ भी कायम किए हैं जिनमें टाटा मैमोरियल सेंटर, मुंबई तथा जिनोमिक्स बायोटेक में अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान कंपनी अनुवा शामिल हैं।
इस अवसर पर बालको मेडिकल सेंटर की अध्यक्ष सुश्री ज्योति अग्रवाल ने कहा कि विश्व कैंसर दिवस हमें याद दिलाता है कि कैंसर के खिलाफ लड़ाई केवल क्लीनिकों और प्रयोगशालाओं में ही नहीं लड़ी जा रही है बल्कि उन लोगों के दिल-दिमागों में भी लड़ी जा रही है जो इससे प्रभावित हैं। बालको मेडिकल सेंटर में हम ग्रामीण इलाकों के लोगों को उत्तम क्वालिटी की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने तथा स्वास्थ्य सेवाओं के अंतर को पाटने, जागरुकता बढ़ाने एवं कैंसर के साथ जुड़ी नकारात्मक धारणाओं को दूर करने और रोग का शीघ्र पता लगाने व इलाज शुरु करने हेतु प्रतिबद्ध हैं।
कैंसर के बारे में जागरुकता बढ़ाने पर बालको मेडिकल सेंटर की भूमिका के बारे में बीएमसी की मेडिकल डायरेक्टर डॉ भावना सिरोही ने कहा कि कैंसर डायग्नोसिस में देरी का मतलब है कि मरीज ठीक नहीं हुए हैं, वे वित्तीय एवं टाईम टॉक्सिसिटी से पीड़ित हैं। कैंसर के भारी-भरकम खर्चे उन्हें और ज्यादा गरीबी में धकेल देंगे – यह हमारे देश की सेहत के लिए प्रतिकूल स्थिति है। इस विश्व कैंसर दिवस पर बालको मेडिकल सेंटर ने कैंसर जागरुकता शिविरों की श्रृंखला आयोजित की ताकि वक्त पर डायग्नोसिस को बढ़ावा मिले। डायग्नोसिस से मरीजों के ठीक होने की दर बढ़ेगी, जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा, उपचार की लागत एवं अवधि घटेगी जो एक सेहतमंद राष्ट्र के लिए जरूरी है। दिवस पर किए गए कार्यक्रमों में कैंसर को लेकर फैली नकारात्मक धारणाओें को मिटाने पर खास तवज्जो दी गई।
वेदांता मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन द्वारा स्थापित तथा अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा समर्थित बालको मेडिकल सेंटर उत्तम चिकित्सा सेवाओं को पहुंचनीय बनाते हुए लाखों लोगों की जिंदगी में सकारात्मक परिवर्तन ला रहा है। बीएमसी के प्रतिष्ठित कैंसर विशेषज्ञ नियमित रूप से लोगों को जागरुक करने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करते रहते हैं जिससे लोगों को मालूम चले कि वक्त पर निवारक जांच एवं बीमारी घटाने के उपाय कैंसर के विभिन्न प्रकारों के खिलाफ कितने महत्वपूर्ण होते हैं। बीएमसी के समर्पित चिकित्सा विशेषज्ञ विद्यार्थियों, कामकाजी पेशेवरों व समुदाय के अन्य सदस्यों तक विभिन्न मंचो के जरिए पहुंचते हैं जैसे जागरुकता वार्ता, स्वास्थ्य शिविर एवं वेबिनार। बालको मेडिकल सेंटर में कैंसर उपचार के अलावा सभी रोगियों को मनोवैज्ञानिक, पोषण संबंधी एवं शारीरिक थेरेपी भी प्रदान की जाती है, साथ ही इलाज के दौरान भावनात्मक सम्बल हेतु रोगी सहायता समूहों में सदस्यता भी दी जाती है।