कोरबा

शहर की स्वच्छता के प्रति आयुक्त का गंभीर रूख

सुभाष ब्लाक में पसरी गदंगी, एस.ई.सी.एल. प्रबंधन पर 20 हजार रू. अर्थदण्ड

(आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय ने अलसुबह शहर का किया मैराथन दौरा, साफ-सफाई कार्यो का किया निरीक्षण, शहर की स्वच्छता व बेहतर सफाई कार्यो पर विशेष फोकस)

कोरबा – शहर की स्वच्छता व साफ-सफाई कार्यो के प्रति आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय ने गंभीर रूख अख्तियार करते हुए सुभाष ब्लाक में पसरी गदंगी पर एस.ई.सी.एल.प्रबंधन की उदासीनता के प्रति नाराजगी जाहिर करते हुए 10 हजार रूपये का अर्थदण्ड लगाने के निर्देश दिए, साथ ही कालीबाड़ी मैदान में शादी समारोह के बाद भारी मात्रा में मैदान में अपशिष्ट बिखरा होने को गंभीरता से लेते हुए इस पर भी 10 हजार रूपये का अर्थदण्ड लगाने को कहा।

आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय ने आज अलसुबह निगम के अधिकारियों की टीम के साथ शहर का भ्रमण शहर की स्वच्छता व साफ-सफाई कार्यो का सघन रूप से निरीक्षण किया। उन्होने कोसाबाड़ी, आर.पी.नगर, निहारिका, घंटाघर, सुभाष ब्लाक, मुड़ापार, टी.पी.नगर क्षेत्र, स्टेडियम रोड, तुलसीनगर, पन्द्रह ब्लाक, पावर हाउस रोड, कोरबा पुराना शहर, इतवारी बाजार सहित दर्जनों स्थलों का मैराथन दौरा कर साफ-सफाई कार्यो का जायजा लिया तथा बेहतर साफ-सफाई कार्यो हेतु अधिकारियों का मार्गदर्शन किया। मुड़ापार स्थित मछली मार्केट का निरीक्षण करते हुए आयुक्त श्री पाण्डेय ने वहाँ पर दिन में दो बार सफाई कराने एवं तुरंत कचरे का उठाव कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होने निगम क्षेत्र में स्थित दैनिक व साप्ताहिक सब्जी बाजारों के लिए पृथक से एक स्वच्छता निरीक्षक की तैनाती करने तथा उसके द्वारा स्वयं की देखरेख में इन बाजारों में नियमित सफाई कार्यो का संपादन कराने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। आयुक्त श्री पाण्डेय ने अधिकारियों से कहा कि निगम के स्वच्छता पर्यवेक्षक एवं सफाई एजेंसी के सुपरवाईजर दोनों संयुक्त रूप से अपने-अपने क्षेत्रों में स्वच्छता कार्यो का पर्यवेक्षण करें तथा बेहतर सफाई व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। उन्होने होटल, रेस्टोरेंट से निकलने वाले अपशिष्ट के लिए जोनवार पृथक-पृथक वाहनों की व्यवस्था करने एवं इन प्रतिष्ठानों से सूखा व गीला कचरा पृथक-पृथक प्राप्त करने के निर्देश  अधिकारियों को दिए।
तीन बिन्दुओं पर विशेष जोर- आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय ने बेहतर सफाई कार्यो हेतु अधिकारियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि इस हेतु तीन प्रमुख बिन्दुओं पर विशेष ध्यान केन्द्रित कर सफाई व्यवस्था संचालित की जाए। उन्होने कहा कि सर्वप्रथम यह सुनिश्चित किया जाए कि शत प्रतिशत घरों, दुकानों व  प्रतिष्ठानों से डोर-टू-डोर अपशिष्ट संग्रहण हों, साथ ही सभी के पास सूखा व गीला कचरा हेतु अलग-अलग डस्टबिन उपलब्ध हों। उन्होने कहा कि तीसरे बिन्दु के रूप में आवासीय क्षेत्रों से दिन में एक बार अपशिष्ट का संग्रहण व व्यवसायिक क्षेत्रों में दो बार अपशिष्ट का संग्रहणए कराया जाए, इस हेतु लोगों को जागरूक किया जाए कि वे कचरे को सड़क, नाली, फुटपाथ आदि में न डालें, डोर-टू-डोर अपशिष्ट संग्रहण हेतु पहुंचने वाले वाहन में ही अपशिष्ट को दें।
नंदी श्वान योजना स्थल का निरीक्षण- इस दौरान आयुक्त श्री पाण्डेय ने पन्द्रह ब्लाक स्थित नंदी श्वान  योजना स्थल का निरीक्षण किया, जहॉं पर निगम द्वारा गीले कचरे से खाद बनाने व सूखे कचरे के उचित प्रबंधन की व्यवस्था की गई है। आयुक्त श्री पाण्डेय ने स्थल पर डम्प किए गए रिसाईकल योग्य सूखे कचरे को एकत्रित कर उसका उचित प्रबंधन करने एवं विक्रय कराकर उसका समापन करने, निर्मित कम्पोस्ट की बिक्री कराने, एक माह के अंदर उक्त सम्पूर्ण परिसर को पूर्ण रूप से व्यवस्थित एवं स्वच्छ बनाने आदि के निर्देश दिए। उन्होने वहांॅ पर स्थापित आर्गेनिक वेस्ट कनवर्टर एवं इन्सीनेटर का निरीक्षण किया, साथ ही कचरा छानने के लिए उपयोग में लायी जाने वाली ट्रामेल छन्ना मशीन लगाए जाने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए।
प्रतिबंधित प्लास्टिक का विक्रय न करने की दी चेतावनी- भ्रमण के दौरान आयुक्त श्री पाण्डेय ने डिस्पोजल, कैरीबैग आदि का विक्रय करने वाली दुकानों का भी निरीक्षण किया तथा प्रतिबंधित प्लास्टिक से बने कैरीबैग, डिस्पोजल आदि सामग्री दुकान में पाए जाने पर दुकानदारों को समझाईश व चेतावनी दी कि वे प्रतिबंधित प्लास्टिक से निर्मित कैरीबैग, डिस्पोजल आदि का विक्रय उपयोग कदापि न करें अन्यथा नियमों के तहत कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
निर्माण स्थलों पर ग्रीन नेट- भ्रमण के दौरान कुछ स्थलों पर चल रहे निर्माण कार्यो में ग्रीन नेट न लगाए जाने को गंभीरता से लेते हुए आयुक्त श्री पाण्डेय ने अधिकारियों को कडे़ निर्देश दिए कि जो भी निर्माण कार्य निजी व सार्वजनिक रूप से किए जा रहे हैं, उन सभी निर्माण कार्य स्थलों में अनिवार्य रूप से ग्रीन नेट लगवाएं, सड़कों पर निर्माण सामग्री डम्प न की जाए, यह सुनिश्चित करें तथा यदि किसी के द्वारा ऐसा किया जाता है तो नियमानुसार कार्यवाही करते हुए अर्थदण्ड आरोपित करें।

भ्रमण के दौरान कार्यपालन अभियंता एम.एन.सरकार, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय तिवारी एवं सुनील वर्मा आदि के साथ विभिन्न क्षेत्रों के स्वच्छता निरीक्षक, पर्यवेक्षक एवं स्वच्छता कार्य एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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