कोरबा/ट्रैक सिटी न्यूज़। सच्ची सेवा अंतर्मन की पवित्र भावनाओं और संवेदनाओं से प्रस्फुटित होती है जिसमें शत-प्रतिशत त्याग, अनुशासन एवं सच्चे संकल्प छिपे हुए होते हैं यदि युवावस्था में सेवा का समावेश हो जाए तो वे जिम्मेदार नागरिक व मजबूत राष्ट्र बनाने में सहायक हो सकते हैं उक्त उद्गार कमला नेहरू महाविद्यालय के द्वारा सतरेंगा हाईस्कूल परिसर में आयोजित सात दिवसीय विशेष शिविर के उद्घाटन अवसर पर गोमुखी सेवा धाम देवपहरी के वरिष्ठ सह प्रकल्प प्रमुख डॉ देवाशीष मिश्रा द्वारा व्यक्त किए गए।
ग्राम विकास के लिए युवा थीम पर विशेष शिविर का प्रारंभ प्रतीक पुरुष स्वामी विवेकानंद तथा छत्तीसगढ़ महतारी की प्रतिमा पर माल्यार्पण, दीप प्रज्वलन तथा राजकीय गीत के सामूहिक गान से हुआ। जिला संगठक वाय के तिवारी के द्वारा स्वागत भाषण उपरांत विशेष शिविर के दौरान ली गई परियोजनाओं, जागरूकता कार्यक्रमों तथा सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों के विचार में बदलाव आने की बात कही गयी। स्वयंसेवकों को ग्राम के सरपंच धन सिंह कंवर, शासकीय हाईस्कूल के प्रभारी प्राचार्य अनुराग सिंह चंदेल तथा महाविद्यालय के भूगोल विभाग के अध्यक्ष ए के मिश्रा का भी आशीर्वचन प्राप्त हुआ। अतिथियों को शाल, श्रीफल तथा प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। अथितियों द्वारा शिविर समाचार के पहले अंक का विमोचन किया गया। कार्यक्रम का संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना की छात्रा इकाई की कार्यक्रम अधिकारी श्रीमती प्रीति द्विवेदी तथा आभार ज्ञापन छात्र कार्यक्रम अधिकारी जी एम उपाध्याय द्वारा किया गया। शिविर के दौरान किए जाने वाले कार्य– विशेष शिविर के दौरान ग्राम पंचायत के सहयोग से स्कूल परिसर में सांस्कृतिक मंच, व सोख्ता गड्ढा का निर्माण किया जाएगा। ग्रामवासियों के लिए नेत्र, दांत व शारीरिक जांच के लिए स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया जाएगा, यातायात विभाग के सहयोग से सुरक्षित वाहन चलाने तथा दुर्घटनाओं के बाद सावधानियां तथा की जाने वाली मानवीय सेवा के बारे में जानकारी प्रदान की जाएगी साथ ही मानसिक एकाग्रता व नेतृत्व कौशल बढ़ाने के विषय पर नगर निगम कोरबा के अपर आयुक्त खजांची कुम्हार, ग्लोबल वार्मिंग विषय पर ए के मिश्रा विभागाध्यक्ष भूगोल, पर्यावरण संरक्षण पर युवाओं की भूमिका पर डॉ सुनील तिवारी, एचआईवी एड्स जागरूकता व रक्तदान के महत्व विषय पर जिला नोडल अधिकारी जीएस जात्रा के द्वारा व्याख्यान दिया जाएगा। साथ ही गांव में सांस्कृतिक जन जागरूकता रैली, बच्चों के साथ ग्रामीण खेलों का विकास व प्राकृतिक पर्यटन स्थल में प्लास्टिक मुक्ति के लिए विशेष अभियान स्वयंसेवकों के द्वारा चलाया जाएगा।