कोरबा। शहर के एक ऑटो चालक ने चिकित्सालय में भर्ती रहने के दौरान मानव सेवा के लिए मेडिकल कॉलेज को मृत्यु के बाद अपना देहदान करने घोषणा-पत्र भरा। उनकी मृत्यु पश्चात परिजन ने चिकित्सालय में देहदान किया।

जानकारी के अनुसार शहर के स्टेडियम रोड तुलसीनगर निवासी राजेश कुमार नायडू (55) ऑटो चालक थे। शहर में वे अकेले रहते थे और उनका परिवार गांव में निवासरत था। करीब एक माह से वे बीमार चल रहे थे। इलाज के लिए वे मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती थे, जहां इलाज के दौरान उन्होंने अपनी मृत्यु पश्चात अपने देह का उपयोग मानव सेवा के लिए चिकित्सा शिक्षा में मेडिकल कॉलेज को देने का संकल्प लिया। इसके लिए उन्होंने 20 सितंबर को अपने परिचितों को साक्षी रूप में बुलाकर मृत्यु के बाद देहदान करने का घोषणा-पत्र भरकर मेडिकल कॉलेज प्रबंधन को सौंपा था। इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई।
चिकित्सालय प्रबंधन ने उनके परिजन को सूचना देकर मृत देह को मरच्यूरी में सुरक्षित रखवा दिया। दक्षिण भारत से परिजन पहुंचे। उन्हें मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने देहदान की घोषणा के संबंध में जानकारी दी। परिजन ने राजेश कुमार के संकल्प के अनुसार उनकी इच्छा पूरी की।

