जांजगीर-चाँपा

कलेक्टर-एसपी ने ली जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक

अवैध नशीले पदार्थों पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश

 

जांजगीर-चांपा (ट्रैक सिटी) जिले में स्वापक मनः प्रभावी पदार्थों के अनाधिकृत व्यवसायियों पर व्यापक और प्रभावी नियंत्रण के लिए जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक कलेक्टर जन्मेजय महोबे एवं पुलिस अधीक्षक विजय पांडेय ने ली। बैठक में जिले में नशीली दवाओं और मादक पदार्थों के अवैध व्यापार को रोकने के लिए प्रभावी रणनीति तैयार की गई। कलेक्टर ने पुलिस, औषधि, आबकारी और समाज कल्याण विभाग को आपसी समन्वय से कार्रवाई करने के निर्देश दिए, ताकि नशे के प्रभाव को रोका जा सके। इस दौरान सभी विभागों से नशा की शिकायत एवं नशा मुक्ति के लिए 1933 टोल फ्री नंबर का प्रचार प्रसार करने कहा गया।
बैठक में कलेक्टर जन्मेजय महोबे ने कहा कि नशा मुक्ति के लिए सभी विभाग आपसी समन्वय से कार्य करें। समाज में जागरूकता ही इस दिशा में सबसे प्रभावी कदम है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि नशा उन्मूलन के लिए विभिन्न स्तरों पर जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएँ, जिसमें विशेष रूप से स्कूल, कॉलेज और ग्रामीण क्षेत्रों को प्राथमिकता दी जाए। बैठक में नशे के दुष्प्रभावों को रोकने, नशे की उपलब्धता पर नियंत्रण और युवाओं को सकारात्मक गतिविधियों से जोड़ने पर विस्तार से चर्चा की गई। कलेक्टर ने कहा कि नशामुक्त जिला बनाने के लिए सभी विभागों का सहयोग अनिवार्य है। प्रशासन, पुलिस, शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक संगठनों की संयुक्त पहल से ही इस अभियान को सफल बनाया जा सकता है। बैठक में वन मंडलाधिकारी हिमांशु डोंगरे, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमेश कश्यप, संयुक्त कलेक्टर संदीप सिंह ठाकुर, सर्व एसडीएम सहित शिक्षा विभाग सहित संबंधित अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर ने कहा कि नशा व्यक्ति के साथ समाज और आने वाली पीढ़ियों के लिए भी गंभीर खतरा है। इसलिए इसके उन्मूलन के लिए सभी विभागों को एक साथ मिलकर प्रभावी कार्य करना है। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को निर्देशित किया कि जिले में नशा नियंत्रण से संबंधित सभी कार्रवाई और गतिविधियों का नियमित अपडेट किया जाए। जिले में संचालित मेडिकल स्टोर्स की नियमित जांच की जाए और प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री पर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि अवैध नशीले पदार्थों की बिक्री पर त्वरित कार्रवाई करते हुए दोषियों के विरुद्ध कठोर कानूनी कदम उठाए जाएं। उन्होने युवाओं को नशे से दूर रखने के लिए स्कूलों और कॉलेजों में विशेष जागरूकता अभियान चलाये जाने के निर्देश दिए। उन्होंने विद्यालय परिसर के 100 मीटर की दूरी पर कोई भी पान गुमटी एवं गुटखा, सिगरेट के दुकान नहीं होना चाहिए, होने पर हटवा कर कोटपा एक्ट के तहत कार्यवाही करे। उन्होंने नशे में संलिप्त व्यक्तियों को नशा मुक्ति केंद्र का लाभ दिलाएं एवं उनके उपचार के पश्चात उनके कौशल उन्नयन एवं रोजगारमूलक कार्यों का प्रशिक्षण दे। कलेक्टर ने सामाजिक संगठनों, युवाओं, अभिभावकों और पंचायत प्रतिनिधियों को भी जोड़ने कहा।
पुलिस अधीक्षक ने कहा कि जिले में नशीली दवाओं के दुरूपयोग और उसके व्यापार पर कड़ी कार्रवाई करे। जिले के सीमावर्ती इलाकों में कड़ी नजर रखी जाए। उन्होंने कहा कि मादक पदार्थों के क्रय-विक्रय के खिलाफ अभियान चलाकर कड़ी कार्रवाई करे। साथ ही जो व्यक्ति ऐसे कार्य में संलिप्त पाये जाने पर उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करने के निर्देश दिए। उन्होंने सतर्कता और इंटेलिजेंस को बेहतर करने के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए। जिले के समस्त मेडिकल स्टोर का रेंडमली जांच करने एवं मेडिकल स्टोर में सीसी टीव्ही कैमरा सुनिश्चित करने के संबंध में निर्देश दिए।

नशे से संबंधित जानकारी को तुरंत हेल्पलाइन 1933 पर दे सूचना

नशे से संबंधित किसी भी सूचना को तुरंत राष्ट्रीय नारकोटिक्स हेल्पलाइन के टोल-फ्री नंबर 1933 पर उपलब्ध कराया जा सकता है। इसके साथ ही मानस पोर्टल https://www.ncbmanas.gov.in और ई-प्लेज https://www.narcoordindia.gov.in/narcoordindia/epledge.php के माध्यम से भी जानकारी साझा की जा सकती है। कलेक्टर ने कहा कि सभी विभागों द्वारा हेल्पलाइन नंबर 1933 और मानस पोर्टल का अधिक से अधिक प्रचार-प्रसार किया जाए।

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