ट्रैक सिटी। पूर्व सैनिक सिपाही संगठन के द्वारा छत्तीसगढ़ में एक विशेष यात्रा का आयोजन किया गया, जिसका उद्देश्य देश के सीमा पर तैनात सिपाहियों के लिए रक्षासूत्र एकत्र करना था। यह यात्रा रायपुर, भिलाई, दुर्ग, राजनांदगांव, खैरागढ़, कबीरधाम, पंडरिया, और लोरमी होते हुए 5 अगस्त को मूँगेली पहुंची।
इस यात्रा के दौरान, मूँगेली जिले के विभिन्न स्कूलों की छात्राओं द्वारा बनाए गए राखियों को स्कूल प्राचार्यों द्वारा एकत्र किया गया और जिला कार्यालय मूँगेली में जमा किया गया। पूर्व सैनिक संगठन के राज्य अध्यक्ष श्री महेंद्र प्रताप राणा, उपाध्यक्ष श्री संतोष साहू, सचिव श्री वारिज सिंह, और श्री दीपक सिंह को यह रक्षासूत्र प्रदान किए गए।
भाजपा महिला मोर्चा की विनया सिंह, रंजना जायसवाल, और दुर्गावाहिनी की बहन वंदना नमामि सिंह और चारु सिंह द्वारा भी एकत्र किए गए रक्षा सूत्र इस अवसर पर प्रदान किए गए।
यह कार्यक्रम जिला प्रशासन के निर्देश पर शिक्षा विभाग द्वारा आत्मानन्द स्कूल दाउपारा में आयोजित किया गया। इस अवसर पर अपने स्वागत भाषण में सहायक परियोजना अधिकारी समग्र शिक्षा, आकाश परिहार ने कहा, “यह बहुत ही भावुक करने वाला पल है कि सीमा पर हमारे लिए तकलीफ सह कर सुरक्षा में जागते सैनिकों के लिए हमारे देश की रक्षा के लिए स्नेह रक्षा सूत्र बांधने का अवसर आप पूर्व सैनिक सिपाही संगठन ने हमें दिया है। इसके लिए हम आपको आम नागरिक की ओर से धन्यवाद देते हैं। आप बधाई के पात्र हैं।”
पूर्व सैनिक संगठन के राज्य अध्यक्ष महेंद्र प्रताप सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा, “हमें सैनिक के रूप में जिस रक्षा सूत्र को बंधवाने का अवसर नहीं मिला, उसे अन्य लोगों के लिए पहुंचाने का कार्य करें। यही पुनीत कार्य है। जो हमें नहीं मिला, वह अवसर दूसरों को प्रदान करने का माध्यम बन सके, इससे बड़ा कोई काम नहीं हो सकता।”
उपाध्यक्ष संतोष साहू ने अपने भाषण में कहा, “सीमा पर सिपाहियों को जब समाज से प्रेम मिलता है, तो उनका हौसला बढ़ता है और वे बड़े पराक्रम के लिए तैयार हो जाते हैं।”
इस अवसर पर जिला सहायक परियोजना अधिकारी अजय नाथ ने सभी का आभार व्यक्त किया।कार्यक्रम का संचालन पीलालाल दिवाकर ने किया। इस कार्यक्रम में आत्मानन्द के डी एम सी समग्र शिक्षा ओ पी कौशिक प्राचार्य आई. पी. यादव, राघवेंद्र सिंह कछुवाहा, दीपक सोनकर, मोनू बेलदार राहुल वर्मा मिश्रा जी और जागृति महिला मंडल की दीदियाँ उपस्थित रहीं।