गौरेला पेंड्रा मरवाही

“मोर गाँव मोर पानी” महाभियान के अंतर्गत जिले में क्लस्टरवार प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू।

जल संरक्षण के लिए जिला पंचायत सीईओ ने दिलाई शपथ।

गौरेला-पेंड्रा-मरवाही (ट्रैक सिटी)/ राज्य में दिन-प्रतिदिन गहराते जल संकट से निपटने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा चलाए जा रहे “मोर गाँव मोर पानी” महाभियान के अंतर्गत जिले में क्लस्टरवार प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत हो गई है। यह चरणबद्ध प्रशिक्षण 6 जून तक चलेगा। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय द्वारा प्रारंभ किए गए इस महाभियान का उद्देश्य ग्राम स्तर पर जल संरक्षण को जनांदोलन का रूप देना है।

इसी कड़ी में जिले के जनपद और पंचायत स्तरीय प्रतिनिधियों, सचिवों, रोजगार सहायकों, मेट, स्व-सहायता समूहों, बिहान की सक्रिय महिलाओं और ग्रामीणों को जल स्रोतों की पहचान, संरक्षण तकनीक, वर्षा जल संचयन और सामुदायिक भागीदारी जैसे विषयों पर प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रशिक्षण के पहले चरण में जनपद स्तर पर चयनित क्लस्टरों में यह आयोजन किया जा रहा है। 3 जून को कोडगार क्लस्टर और 4 जून को नवागांव क्लस्टर में यह कार्यक्रम आयोजित हुआ। इन कार्यक्रमों में मुख्य रूप से जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री सुरेन्द्र प्रसाद वैद्य एवं जनपद पंचायत पेंड्रा की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री नम्रता शर्मा द्वारा मार्गदर्शन दिया गया तथा जल संरक्षण के लिए जिला पंचायत सीईओ ने शपथ दिलाई।

नवागांव क्लस्टर प्रशिक्षण में पेंड्रा जनपद की 10 पंचायतों के प्रतिनिधियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। सरपंच, सचिव, मेट, रोजगार सहायक, बिहान की महिलाएँ और अन्य ग्रामीणजन उपस्थित रहे। प्रशिक्षण में प्रतिभागियों ने स्थानीय जल संबंधी समस्याओं को साझा किया और उनके समाधान हेतु सुझाव भी दिए। यह सहभागिता शांतिपूर्ण और सकारात्मक वातावरण में संपन्न हुई। कार्यक्रम में विशेषज्ञों द्वारा जलग्रहण क्षेत्र विकास, भू-जल रिचार्ज और पारंपरिक जल स्रोतों के पुनर्जीवन जैसे विषयों पर व्याख्यान दिए गए। प्रशिक्षण पश्चात ग्राम पंचायतों में स्थायी जल संरक्षण कार्यों की योजनाएँ बनाई जाएंगी।

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