Korba,track city. अडानी ग्रुप ने लैंको अमरकंटक पावर प्लांट को अधिग्रहित करने की ओर एक कदम और बढ़ाया है। नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) में चल रही इस प्रक्रिया के समाप्त होने के साथ, राज्य का सबसे बड़ा विद्युत संयंत्र साकार होने जा रहा है। इस परियोजना के साथ, अडानी पॉवर अपनी तीसरी शक्ति प्रदान करेगा, जिससे छत्तीसगढ़ ऊर्जा सुरक्षा की नई ऊंचाइयों को छू सकेगा।
वर्तमान में लैंको की दो इकाइयाँ, प्रत्येक 300 MW की, 600 MW विद्युत का उत्पादन कर रही हैं, जिसे मध्य प्देश और हरियाणा को सप्लाई किया जा रहा है। अडानी पॉवर द्वारा अधिग्रहण के बाद निर्माणाधीन अधूरे संयंत्र के काम को पूरा किया जाएगा। जिसमें 660-660 MW की दो नई इकाइयों का विस्तार होगा। इस विस्तार के साथ, इस परियोजना की कुल क्षमता 3,240 MW हो जाएगी, जो इसे छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा विद्युत संयंत्र बना देगा।
लैंको पर वर्तमान में 14,632 करोड़ का कर्ज है, और इसके दूसरे चरण के निर्माण कार्य 70% पूर्ण हो चुके हैं। अडानी पावर द्वारा इसे अधिग्रहण करने के बाद, न केवल इस परियोजना को नई दिशा मिलेगी, बल्कि इससे जुड़े 1759 भू-विस्थापितों को नई आशा की किरण भी मिलेगी। इस अधिग्रहण से नौकरी और मुआवजे की आशा रखने वाले किसानों और ठेका मजदूरों को भी नया संबल मिलेगा।
यह न केवल छत्तीसगढ़ के विकास की दिशा को नई पहचान देगा, बल्कि ऊर्जा क्षेत्र में नए मानक स्थापित करेगा। इस परियोजना के साथ, अदाणी समूह ने एक बार फिर से अपनी प्रतिबद्धता और उत्कृष्टता का प्रमाण दिया है, जिससे न केवल ऊर्जा क्षेत्र में बल्कि समाज के हर वर्ग के विकास में योगदान दिया जा सके।