रायपुर

सत्ता के संरक्षण में खाद की कालाबाजारी, दाने-दाने यूरिया के लिए भटक रहे हैं किसान – कांग्रेस

 

रायपुर (ट्रैक सिटी) प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि धान की फसल के लिए यूरिया की आवश्यकता है बिना यूरिया के फसल की बाढ़ प्रभावित हो रही है। खरीफ फसल में खाद के अंतिम डोज का समय तेजी से निकल रहा है, हरहुना धान के लिए तो समय निकल चुका है, बाली निकल आई है लेकिन अब तक पूरे प्रदेश में किसान खाद के अभाव में परेशान हैं, यह सरकार केवल कागजी दावे कर के समस्या से इंकार कर रही है। सोसायटियों में खाद गायब है और निजी दुकानदार तीन गुना महंगे दाम पर कालाबाजारी कर रहे हैं, 265 रुपए का यूरिया 1200 में बिक रहा है, 1350 के डीएपी के लिए दो-दो हजार वसूला जा रहा है।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि केंद्रीय उर्वरक मंत्री नड्डा से मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री ने दावा किया था कि सितंबर महीने में 50 हजार मीट्रिक टन यूरिया केंद्र के द्वारा भेजा जाएगा, जिसमें से सरकार ने कहा था सितंबर के पहले और दूसरे सप्ताह तक 30 हजार मीट्रिक टन यूरिया सोसायटियों में पहुंच जायेगा। 20 सितंबर हो गया है अभी तक यह यूरिया न सोसायटियों में पहुंचा है और न ही किसानों तक पहुंचा है। सरकार का दावा यहां भी झूठा साबित हुआ।

प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि भाजपा सरकार का चरित्र छत्तीसगढ़ के किसानों के साथ अन्यायपूर्ण है। धान का कटोरा कहलाने वाला छत्तीसगढ़, भाजपा सरकार की दुर्भावना के चलते हैं उर्वरक संकट से जुझ रहा है। सरकारी समितियों के गोदाम खाली है, किसान सुबह से शाम तक कतार में खड़े होकर खाली हाथ लौटने मजबूर हैं। उर्वरक सप्लाई के सरकारी दावे केवल कागजी हैं। केंद्र सरकार की दुर्भावना और उपेक्षा पर परदेदारी करने सरकार झूठे दावे करके किसानों के जख्मों पर नमक छिड़क रही है। सरकार के दोहरे रवैए के खिलाफ पूरे प्रदेश में किसान उद्वेलित हैं

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