कोरबा (ट्रैक सिटी) कोरबा अंचल के वरिष्ठ पत्रकार एवं समाजसेवी स्वर्गीय जसराज जैन के निधन से परिवार सहित उनके मित्रो समाज, पत्रकारों सहित अंचल में शोक व्याप्त हैं। कोरबा पुरानी बस्ती स्थित सियान सदन में आयोजित एक शोक सभा मे सियान सदन के सदस्यों सहित कोरबा के राजनीतिक, पत्रकार एवं आम जनों ने स्व. जसराज जैन को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की।
इस अवसर पर श्रमिक नेता मुरीत राम साहू ने उनके साथ बिताए अपने पलों और राजनीतिक जीवन में सहयोग को याद करते हुए कहा कि उस जमाने में मैं काफी आंदोलन किया करता था, जिसमें मुझे जसराज जैन का काफी सहयोग मिलता था क्योंकि स्वर्गीय जसराज जैन भी कोरबा की समस्याओं के लिए काफी चिंतित रहा करते थे। समाचारों के माध्यम से अपनी बात अधिकारियों तक पहुंचने में उनका बड़ा योगदान होता था। इस अवसर पर केदारनाथ अग्रवाल ने भी अपने विचार रखें उन्होंने कहा कि जसराज जैन सहित वरिष्ठ पत्रकारों ने कोरबा का कायाकल्प करने में अपना काफी योगदान दिया है, उनकी कमी निश्चित रूप से समाज को खली है। लेकिन नियति का नियम है की जो पैदा हुआ है उसको एक दिन जाना है, मैं अपने और अपने परिवार की ओर से उनको सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। सभा को वरिष्ठ पत्रकार रफीक मेमन ने भी संबोधित किया। उन्होंने कहा कि स्वर्गीय जसराज जैन का जाना उनके लिए पारिवारिक क्षति है, क्योंकि अतिवरिष्टम होने के नाते मुझे उनसे हमेशा कुछ सीखने का अवसर प्राप्त होता था। उनके चले जाने से मैं इससे वंचित रह गया, मैं उन्हें अपनी सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
शोक सभा का संचालन वरिष्ठ पत्रकार सनत दास दीवान ने किया और उन्होंने उनके साथ बिताया अपने अमिट और अमूल्य पलों को साझा करते हुए बताया कि वह मेरे पिता तुल्य थे मैं उनके बेटे सामान था, लेकिन वह जिस उम्र के साथ वाले व्यक्ति के साथ बैठते थे उतने ही उम्र के हो जाते थे यह उनका बड़प्पन ही था कि मुझ जैसे लोग उनसे मिलते और बात करते थे। शोक सभा को संबोधित करते हुए पूर्व पार्षद धर्म निर्मले ने कहा कि कोरबा में जब ग्राम पंचायत हुआ करता था, तब से हम लोग उनकी पत्रकारिता और धारदार कलाम की लेखनी के कायल रहे हैं। उन्होंने एक वाकये का जिक्र करते हुए कहा कि कोरबा बुधवारी बाजार के पास ग्रीन जोन बना हुआ है। जिसे अलॉटमेंट की प्रक्रिया शुरू की गई थी स्व. जसराज जैन ने ही पत्र व्यवहार करके उसे ग्रीन जोन को बचाए रखा और आज भी वह ग्रीन जोन अपने मूल हालात पर है इससे सहज ही या समझा जा सकता है की स्व. जसराज जैन पर्यावरण प्रेमी भी थे उनका जाना पूर्व के लोगों के लिए अपूर्ण क्षति है। मैं उन्हें अपनी सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। सभा को वरिष्ठ पत्रकार विश्वनाथ केडिया ने भी संबोधित किया।
शोक सभा की शुरुआत मे स्व. जसराज जैन के पुत्र सुनील जैन ने अपने पिता के विषय मे अपनी बात रखते हुए तफ़सील से बताया की पिता जसराज जैन की तबियत बिलकुल ठीक थी, लेकिन अचानक रायपुर के निवास मे उनकी तबियत बिगड़ी। जिन्हे तत्काल अस्पताल ले जाया गया। डाक्टर ने कहा हार्टअटेक है और बस सब खत्म जो गया और हमारे सर से हमारे पिता का साया छीन गया।
उक्त शोकसभा मे प्रमुख रूप से बोध सिंह ठाकुर, विमल कुमार थवाईत, बजरंग सोनी, एहसान खान, खगेश्वर सिंह, इमरान खान, प्रदीप जायसवाल, श्याम बिहारी बनाफर, शिव शंकर अग्रवाल, गुड्डा सिंह, मनीराम पटेल, अब्दुल गनी मेमन, रघु दिवान सहित काफ़ी संख्या मे लोग सम्मिलित हुए।

