कोरबा,05 नवंबर (ट्रैक सिटी) छत्तीसगढ़ में दो चरणों में 7 नवंबर व 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है । राज्य में चुनावी चहल कदमी दिनों दिन बढ़ती जा रही है । कांग्रेस और भाजपा ने राज्य में होने जा रहे चुनाव के लिए स्टार प्रचारको की लिस्ट जारी की हैं।
बीजेपी के तरफ से केंद्रीय और प्रदेश नेतृत्व के नेताओं को स्टार प्रचारक बनाया गया है। पहले चरण में पीएम मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह, उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ, स्मृति ईरानी अनुराग ,ठाकुर हेमंत विश्व को भी स्टार प्रचारक बनाया गया है। इसके अलावा स्थानीय नेताओं में पूर्व सीएम रमन सिंह ,अरुण साव, सरोज पांडे और लता उसेंडी का नाम शामिल है।
ऊर्जाधानी में मतदाताओं को साधने के लिए “क्योंकि सास भी कभी बहू थी” कि “तुलसी” यानी स्मृति ईरानी का प्रवास कोरबा में बनाया गया था। लोग बतौर नेता न सही लेकिन, लेकिन सास बहू के सीरियल की एक आदर्श बहुत तुलसी का इंतजार जरूर कर रहे थे। कोंडागांव में तुलसी पहुंची भी लेकिन कोरबा में उनका दौरा कैंसिल हो गया।
कटघोरा में आम सभा और कोरबा में रोड शो, दोनों ही कार्यक्रम कैंसिल हो गए। कार्यक्रम कैंसिल होने से कई लोग खुश नजर आए जबकि प्रत्याशियों का चेहरा लटक गया है। खासतौर पर कोरबा विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी के पास जनता को साधने के लिए कुछ बचा ही नहीं है। कोरबा के बीजेपी प्रत्याशी को उम्मीद थी की स्मृति आएंगी तो कुछ भला हो जाएगा, लेकिन यह उम्मीद भी टूट गई है।
स्थानीय नेता चीखते रहे और लोग बोर होते रहे-
कटघोरा में स्मृति ईरानी के आने का समय दोपहर 3:00 बजे निर्धारित था। इसके पहले वह कोंडागांव में सभा कर चुकी थी। अब उनके कोरबा आने का इंतजार हो रहा था। सभा में स्मृति तो नहीं पहुंची, लेकिन कोरबा जिले के स्थानीय नेता मंच से चीख रहे थे। अब इन्हें सुनकर लोग उकताने लगे, पंडाल खाली होने लगा। लोग कुर्सी छोड़कर भागने लगे। उन्हें स्थानीय नेताओं के चेहरे और बातों में कोई दिलचस्पी नहीं थी। वह देखने आए थे तो, अपने सीरियल की बहु तुलसी को। समय 3:00 का था, देखते ही देखते 4:00 बज गए। जब तुलसी नहीं पहुंची तो रहे सहे लोगो भी भागना शुरू कर दिए। आधे घंटे में वह भी खाली हो गई।