कोरबा/ट्रैक सिटी : श्रावण हिंदू पंचांग के अनुसार चैत्र माह से प्रारंभ होने वाले वर्ष का पाँचवा मास है। श्रावण मास, जिसे सावन का महीना भी कहा जाता है, भगवान शिव की पूजा करने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए मनाया जाता है। सावन माह के दौरान सोमवार का दिन शुभ होता है और ऐसा माना जाता है कि यदि भक्त समर्पण के साथ भगवान शिव की पूजा करे तो भगवान शिव उनकी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।
सावन के इस महीने में कोरबा, छत्तीसगढ़ में श्रावण मास के पावन अवसर पर दिनांक 12 जुलाई से 18 जुलाई तक श्री शिव महापुराण कथा का आयोजन कनबेरी में होना तय हुआ था, जहां तैयारी भी प्रारंभ कर दी गई थी जिसे बाद में कोरबा के प्रियदर्शनी इंदिरा स्टेडियम में होना तय किया गया। एकाएक कार्यक्रम की जगह बदलने की जानकारी भी सोशल मीडिया से लोगों को दी गई। लोग अभी ठीक से समझ भी नहीं पाए थे कि कथा का निर्धारित स्थल कनबेरी है या इंदिरा स्टेडियम ऐन मौके पर फिर जगह बदलकर छुरी के वंदना पावर प्लांट में कथा का आयोजन होना तय किया गया। कथा स्थल छुरी में तैयारियां प्रारंभ हो पाती इससे पहले ही अधिक वर्षा होने का हवाला देकर कथा ऑनलाइन माध्यम से संपन्न की तैयारी कर ली गई।
समिति द्वारा लिये गये इस निणर्य से अब लोग सोशल मीडिया पर अपना दर्द बयां कर रहे हैं या यूं कहे शिकायत कर रहे हैं। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म facebook पर किसी ने लिखा है की पैसा बोलता हैं जी ये मुख्य यजमान रहेंगे का क्या मतलब ? आगे उन्होंने लिखा है कि जब चंदा पुरे कोरबा शहर के साथ पूरे छत्तीसगढ़ से इकट्ठा किया गया है जो लगभग 10 करोड़ से ऊपर हैं। चंदा इकट्ठा करने के बाद ऑनलाइन कथा कराना जनता के साथ धोखा है।
इस पोस्ट के संबंध में जब हमने पोस्ट करने वाले से जानकारी ली तो उन्होंने कहा कि मैंने पोस्ट में एडिट करके 10 करोड़ की जगह 1 करोड़ लिखना चाह रहा था लेकिन वह नहीं हो पाया।