कोरबा (ट्रैक सिटी)/ हसदेव ताप विद्युत गृह (एचटीपीएस) कोरबा पश्चिम के विभागीय चिकित्सालय में सेवा पखवाड़ा के तहत 25 सितंबर को निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर लगाया गया। शिविर में मस्तिष्क एवं नस रोग विशेषज्ञ (न्यूरो सर्जन) डाॅ. प्रदीप त्रिपाठी एवं हड्डी रोग विशेषज्ञ (आर्थोपेडिक सर्जन) डाॅ. श्रेयस घुगुसकर का मुख्य अभियंता पीके श्रीवास्तव ने स्मृति स्वरूप नन्हा पौधा देकर स्वागत किया। सुबह 10 बजे से दोपहर 1 बजे तक आयोजित इस निःशुल्क स्वास्थ्य शिविर में न्यूरो से संबंधित 56 एवं हड्डीरोग से जुड़े 49 लोगों ने स्वास्थ्य जांच एवं परामर्श का लाभ उठाया। शासकीय कार्यक्रम के अनुसार यहां सेवा पखवाड़ा का आयोजन 17 सितंबर से 02 अक्टूबर तक किया जा रहा है।
मस्तिष्क एवं नस रोग विशेषज्ञ (न्यूरो सर्जन) डाॅ. प्रदीप त्रिपाठी ने कहा कि लकवा जानलेवा होता है। लक्षण पता चलने पर पहले 6 से 8 घंटे के भीतर उपचार शुरू हो तो मरीज को स्वस्थ किया जा सकता है। इसके लिए लक्षणों की पहचान जरूरी है। इसके लिए बी-फास्ट (Be-Fast) को पहचानें। इनमें चेहरे, हाथ में कमजोरी एवं आवाज में लड़खड़ाहट के लक्षणों पहचाना जरूरी है। इसके बाद लोगों में सबसे ज्यादा कमरदर्द की शिकायतें रहती हैं। इससे बचने के लिए एक घंटे से ज्यादा एक ही जगह पर न बैठें। उन्होंने डायबिटिक मरीजों को आगाह करते हुए कहा कि नसों में सुन्नपन, जलन एवं दर्द हो तो डाॅक्टर से परामर्श जरूर लें।
हड्डी रोग विशेषज्ञ (आर्थोपेडिक सर्जन) डाॅ. श्रेयस घुगुसकर ने प्रतिदिन व्यायाम करने पर जोर देते हुए कहा कि व्यायाम करने से हड्डियों को कैल्शियम मिल पाता है। नहीं तो आप कितनी ही दवाइयां खा लीजिए हड्डियों को कैल्शियम नहीं मिलता। 78 बरस से ज्यादा उम्र के व्यक्तियों को चलना व हल्का व्यायाम करना चाहिए। सभी उम्र के व्यक्तियों को सुबह की गुनगुनी धूप अवश्य लेना चाहिए। इससे उन्हें प्राकृतिक रूप से विटामिन डी मिलता रहेगा। इससे हड्डियां मजबूत बनती हैं।
इसके पहले दिन 24 सितंबर को रक्तदान शिविर में 32 लोगों ने हिस्सा लिया। गवर्मेंट मेडिकल काॅलेज, कोरबा से संबद्ध चिकित्सालय के ब्लड सेंटर एवं एचटीपीएस के संयुक्त प्रयास से लगाए इस शिविर में 19 लोगों ने रक्तदान किया। दो दिवसीय चिकित्सा शिविर के आयोजन में संयोजन एवं संचालन अतिरिक्त मुख्य अभियंता (तकनीकी एवं सहायक सेवाएं ) कार्यालय की टीम एवं चिकित्सालय प्रशासन ने किया। इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य अभियंता एमके. गुप्ता, पीके. स्वैन, केएनबी. राव और एससी पाठक उपस्थित रहे। शिविर का लाभ आवासीय काॅलोनी सहित बड़ी संख्या में आसपास के ग्रामीणों ने उठाया।