कोरबा (ट्रैक सिटी) मानिकपुर स्थित एसईसीएल (SECL) खदान में काम करने वाले ड्राइवर और ऑपरेटरों ने ठेका कंपनी SCC सर्वमंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मजदूरों का कहना है कि कंपनी पिछले तीन साल से उनसे 8 घंटे के बजाय 12 घंटे तक काम करवा रही है, लेकिन मजदूरी HPC दर के मुताबिक नहीं दी जा रही।
मजदूरों ने महाप्रबंधक, SECL मानिकपुर को लिखे पत्र में बताया कि उनकी हाजिरी MTK ऑफिस में दर्ज नहीं की जाती, और एक दिन की छुट्टी लेने पर दो दिन की मजदूरी काट ली जाती है। इतना ही नहीं, उन्हें हर महीने 16000 रुपये फिक्स रेट पर नकद भुगतान किया जा रहा है, जबकि नियम के अनुसार बैंक खाते में भुगतान और CMPF/EPF जमा होना चाहिए।
मजदूरों का कहना है कि कंपनी प्रबंधन की शिकायत करने पर ठेका कंपनी के मालिक सोनू अग्रवाल उन्हें काम से निकालने की धमकी देते हैं। लंबे समय से प्रताड़ना झेल रहे ये मजदूर अब आंदोलन के मूड में हैं। उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर उनकी “वाजिब मांगें” 23 अक्टूबर तक पूरी नहीं होतीं, तो सभी मजदूर दिवाली के बाद हड़ताल पर जाएंगे।
मजदूरों ने कहा कि हड़ताल के दौरान यदि किसी भी तरह की अप्रिय घटना होती है, तो उसकी जिम्मेदारी SCC सर्वमंगला कंस्ट्रक्शन कंपनी और SECL प्रबंधन की होगी।