कोरबा

अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस… वरिष्ठजनों को किया गया सम्मानित

महापौर के मुख्य आतिथ्य एवं कलेक्टर व पुलिस अधीक्षक की गरिमामयी उपस्थिति में सम्पन्न हुआ वृद्धजन दिवस आयोजन

कोरबा   – घंटाघर स्थित सियान सदन में शनिवार को महापौर राजकिशोर प्रसाद, कलेक्टर  संजीव कुमार झा एवं पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने वरिष्ठजनों का सम्मान किया। उन्हे उनके स्वस्थ एवं दीर्घ जीवन की कामना करते हुए अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस की अपनी हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं दी।
अंतर्राष्ट्रीय वृद्धजन दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन, समाज कल्याण विभाग व नगर पालिक निगम कोरबा के तत्वाधान में घंटाघर स्थित सियान सदन में वृद्धजन दिवस का आयोजन किया गया। महापौर राजकिशोर प्रसाद के मुख्य आतिथ्य, कलेक्टर संजीव कुमार झा व पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह की गरिमामयी उपस्थिति में सम्पन्न कार्यक्रम में शाल व श्रीफल से वरिष्ठजनों का सम्मान उनके हाथों किया गया। इस मौके पर मेयर इन काउंसिल सदस्य सपना चौहान, सुखसागर निर्मलकर, फूलचंद सोनवानी, निगम के उपायुक्त बी.पी.त्रिवेदी, समाज कल्याण विभाग के उप संचालक , मुकेश दिवाकर, जे.के.तिवारी आदि विशेष रूप से उपस्थित थे। राज्य गीत के गायन तथा छत्तीसगढ़ महतारी व महात्मा गांधी की प्रतिमा पर माल्यार्पण व दीप प्रज्वलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया, इस मौके पर वरिष्ठजनों का स्वास्थ्य परीक्षण भी कराया गया।
वरिष्ठजनों का सम्मान हमारी संस्कृति – इस अवसर पर महापौर राजकिशोर प्रसाद ने अपने उद्बोधन में कहा कि वरिष्ठजनों का सम्मान करना हमारी भारतीय संस्कृति की सबसे महत्वपूर्ण विशेषता रही है, घर के बुजुर्गो का सम्मान करना, उनकी निरंतर देखभाल करना, हम सबका परम कर्तव्य है। उन्होने कहा कि समय के बदलाव के साथ पुरानी व नई पीढ़ी के विचारों में अंतर हो सकता है किन्तु हमें अपने मूल संस्कारों को सदैव अपने अंदर जीवित रखना होगा।
वरिष्ठजन परिवार के लिए दधीचि के समान – इस मौके पर कलेक्टर संजीव कुमार झा ने अपने सारगर्भित उद्बोधन में कहा कि परिवार जब-जब कोई संकट सामने आता है, तो उस परिवार के वृद्धजन ही उस संकट से बचाने का उपाय करते हैं, उन्होने महान ऋषि दधीच के द्वारा किए गए महान त्याग की कथा का वर्णन करते हुए कहा कि निश्चित रूप से वरिष्ठजन परिवार के लिए दधीचि ऋषि के समान होते हैं। उन्होने वरिष्ठजनों से कहा कि आप तन व मन से स्वस्थ रहें, सक्रिय रहें तथा आपकी कोई भी समस्या हो, प्रशासन को अवगत कराएं, हम सब आपके साथ हैं।
वृद्धजनों के पास ज्ञान व अनुभव की पूंजी – इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने अपने उद्बोधन में कहा कि वृद्धजनों के पास ज्ञान व अनुभव की अत्यंत महत्वपूर्ण पूंजी होती है, वे वट वृक्ष की तरह होते हैं, जो हर परिस्थिति में परिवारजनों का सम्बल बनते हैं। उन्होने कहा कि पाश्चात्य सभ्यता के प्रभाव के कारण परिवार में आज वृद्धजनों की उपेक्षा होने लगी है, जो दुर्भाग्यपूर्ण है, नौजवानों को यह नहीं भूलना चाहिए कि एक दिन वे भी वृद्ध होंगे, उन्होने कहा कि कानून में वरिष्ठजनों को ढेर सारे अधिकार मिले हुए हैं, वरिष्ठजन अपने अधिकारों के प्रति जागरूक रहें तथा आवश्यकता पड़ने पर उसका उपयोग करें।

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