रायपुर

कक्षा की गतिविधियों में बच्चों की सक्रिय भागीदारी और साथ-साथ सीखने पर जोर

जिला शिक्षा अधिकारियों को कक्षाओं में पियर लर्निंग को प्रमुखता से लागू कराने के निर्देश

स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा कक्षा में बच्चों के सीखने-सिखाने की प्रक्रिया को अधिक आसान और रूचिकर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। सीखने-सिखाने में बच्चों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए प्रदेश की सभी शालाओं में अब कक्षा में साथ-साथ सीखना अर्थात पियर लर्निंग पर जोर दिया जाएगा। इस प्रणाली को बच्चों के मध्य धीरे-धीरे लोकप्रिय बनाते हुए कक्षाओं में लागू किया जाएगा। इसके लिए जिलों में पेडागोज़ी में रूचि लेने वाले शिक्षकों के साथ मिलकर पियर लर्निंग पर आधारित सामग्री तैयार की जाएगी। साथ ही शिक्षकों का प्रशिक्षण के माध्यम से क्षमता विकास भी किया जाएगा।

समग्र शिक्षा के प्रबंध संचालक नरेन्द्र दुग्गा द्वारा सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को कक्षाओं में पियर लर्निंग को प्रमुखता से लागू करवाने हेतु निर्देश जारी किया गया है। जारी आदेश में कहा गया है कि साथ-साथ सीखना प्रणाली को कक्षाओं में लागू करने के लिए ठोस रणनीति, विषय अध्यापन हेतु कार्ययोजना और शिक्षण विधियों के क्रियान्वयन के संबंध में जानकारी बहुत जरूरी है। पियर लर्निंग को कक्षाओं में लागू किए जाने हेतु पहले स्वयं शिक्षक अपने प्रोफेशनल लर्निंग कम्युनिटी में शामिल होकर एक दूसरे से सीखने का अभ्यास एवं अनुभव अच्छे से ले लेवें। बच्चों को पियर लर्निंग का शुरुआती अनुभव एवं अभ्यास कराने के लिए बस्ताविहीन शनिवार के दिन विभिन्न गतिविधियों में पियर लर्निंग अवसर को शामिल करें। जब बच्चों को पियर लर्निंग का अच्छा अनुभव हो जाए, उस स्थिति में इसे कक्षा में नियमित सीखने-सिखाने की प्रक्रिया में शामिल कर उपयोग में लाएं। शिक्षक अपनी डायरी में सिखाने संबंधी योजना को डिजाइन करते समय पियर लर्निंग का आवश्यक रूप से उल्लेख करें।

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