कोरबा/ट्रैक सिटी न्यूज़ । ग्रीन ट्रिब्यूनल नई दिल्ली के आदेश पर 15 जुलाई से 15 अक्टूबर तक रेत खदानों को स्थगित करने का आदेश रहता है। समय अवधि बीत जाने के बाद भी आज दिनांक तक शहर की रेत खदान का संचालन प्रारंभ नहीं हो पाया है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी महासचिव मोहम्मद कलीम सिद्धकी ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है जिसमें उन्होंने मांग की है कि जल्द से जल्द रेत उत्खनन की अनुमति प्रदान की जाए।
मो.कलीम ने ज्ञापन में आम लोगों को हो रही परेशानियों के बारे में जिक्र करते हुए लिखा है कि रेत खदान बंद होने से लोगों को अपना आशियाना बनाने में काफी दिक्कतें हो रही हैं, ना चाहते हुए भी महंगी कीमत में रेत खरीदी रहे हैं जिससे काफी आर्थिक नुकसान हो रहा है, जिसके कारण अवैध रेत उत्खनन को बढ़ावा मिल रहा है।
उन्होंने कलेक्टर से मांग की है कि जल्द से जल्द रेत उत्खनन की अनुमति प्रदान करें जिससे आम लोगों को राहत के साथ-साथ अवैध उत्खनन व रेत की कालाबाजारी पर भी रोक लगाई जा सके।
अवैध रेत उत्खनन पर लगातार जारी है कार्रवाई
यह बात किसी से नहीं छुपा है कि कोरबा जिले में लगातार अवैध रेत उत्खनन,परिवहन का मामला सामने आते रहता है जिस पर खनिज और राजस्व अमले द्वारा कार्रवाई भी की जा रही है। अभी कुछ दिनों पूर्व बालको दैहानपारा में अनुविभागीय दंडाधिकारी सीमा पात्रे द्वारा ट्रैक्टरों को पकड़ा गया था। वही जानकारी मिल रही है कि शुक्रवार को भी खनिज विभाग द्वारा सीतामढ़ी, सर्वमंगला चौकी क्षेत्र अंतर्गत अवैध रेत उत्खनन करने वाले व परिवहन करने वाले वाहनों को पकड़ा गया है।
शहर के साथ ग्रामीण क्षेत्रों में भी में यह भी देखने को मिलता है की रात्रि के समय या दिन में भी रेत परिवहन करते ट्रैक्टर बेधड़क गुजरते हैं पूछने पर जानकारी मिलती है कि वह रॉयलटी पर्ची लेकर रेत परिवहन कर रहे हैं। शहर सहित ग्रामीण क्षेत्रों में भंडारण की अनुमति प्रदान की गई है जहां इतना भंडार भरा हुआ है जो अब तक खाली नहीं हो पाया है, और आगामी कुछ दिनों तक भी चलते रहा तो कोई बड़ी बात नहीं होगी।