शिक्षा विभाग के कर्मचारियों में उत्साह, हड़ताल अवधि में शिक्षा विभाग होगी पूर्णता तालाबंदी
कोरबा / छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय आह्वान पर 25 जुलाई से 29 जुलाई तक पांच दिवसीय हड़ताल में छत्तीसगढ़ के 4:45 लाख कर्मचारी अधिकारी अपने दो सूत्रीय मांग केंद्र के समान देय तिथि से महंगाई भत्ता एवं सातवें वेतनमान के अनुरूप गृह भाड़ा भत्ता को लेकर छत्तीसगढ़ प्रदेश में सबसे बड़ा एवं ऐतिहासिक आंदोलन करने जा रहे हैं। छत्तीसगढ प्रदेश के महत्वपूर्ण विभाग शिक्षा विभाग मे पूर्ण तालाबंदी की स्थिति होगी। छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन जिला इकाई कोरबा के पदाधिकारियों के द्वारा कोरबा जिले में भी पूर्ण तालाबंदी की स्थिति निर्मित करने सभी विभाग के कर्मचारी अधिकारियों से सतत संपर्क कर महत्वपूर्ण सहयोग हेतु प्रयास जारी है। पांच दिवसीय आंदोलन को सफल बनाने विभिन्न विभाग के अधिकारी कर्मचारियों को छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी जा रही है इसी तारतम्य में टी पी उपाध्याय बी ई ओ कटघोरा को खंड संयोजक कटघोरा की कमान एवं मनीराम मरकाम एबीईओ पाली को पाली खंड का संयोजक बनाया गया है। पोड़ी उपरोड़ा खंड के संयोजक वरिष्ठ बी ई ओ ए के चंद्राकर को बनाए गए हैं शिक्षा विभाग में कार्यरत कर्मचारी अधिकारियों द्वारा उक्त अधिकारियों को छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन में दी गई जिम्मेदारी से उत्साहित हैं।
ज्ञातव्य हो कि छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के प्रांतीय आह्वान को सफल बनाने शिक्षा विभाग के आला अफसर भी अपने मौलिक अधिकार की प्राप्ति हेतु आगे आ रहे हैं शिक्षा विभाग के सभी अधिकारियों के द्वारा हड़ताल का समर्थन करते हुए सामूहिक अवकाश का प्रपत्र पूर्ण कर संगठन को सौंप दिया है इससे स्पष्ट है कि कोरबा जिले में शिक्षा विभाग में पूर्ण तालाबंदी की स्थिति होगी। इसी प्रकार सभी विभागों के अधिकारी कर्मचारियों को हड़ताल को सफल बनाने समर्थन लिया जा रहा है।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन जिला इकाई कोरबा के द्वारा जिले में कार्यरत विभिन्न विभागों के जिला विभाग अध्यक्षों से अपील की गई है कि 5 दिवसीय हड़ताल मे अपना हक एवं अधिकार की मांग को पूर्ण समर्थन देकर हड़ताल को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करें।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन जिला कोरबा के पदाधिकारियों के द्वारा बताया गयाकि यह आंदोलन किसी एक विभाग के कर्मचारियों के लिए नहीं बल्कि सामान्य प्रशासन विभाग के अंतर्गत आने वाले सभी, डी ए एवं एचआरए से वंचित विभाग के कर्मचारी अधिकारियों के परिवार की खुशी के लिए किए जा रहे हैं।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी फेडरेशन के वरिष्ठ पदाधिकारी के आर डहरिया, प्यारे लाल चौधरी जे पी खरे, तरुण सिंह राठौर, ओमप्रकाश बघेल ने संयुक्त रूप से प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताया कि छत्तीसगढ़ के मुखिया छत्तीसगढ़ प्रदेश में आर्थिक बदहाली आर्थिक तंगी की बात करते हैं चुंकि जब अपने विधायकों और मंत्रियों का वेतन बढ़ाने की बारी आती है तो विधानसभा में क्षणिक में वेतन बढ़ोतरी ध्वनिमत से पारित होकर ना जाने कई गुने वेतन बढ़ा दिए जाते हैं चुनाव के समय में छत्तीसगढ़ की रुपयों को अन्य राज्य में बांटे जाते हैं ऐसी स्थिति में छत्तीसगढ़ में कार्यरत कर्मचारियों के लिए आर्थिक तंगी एवं बदहाली के नाम पर कर्मचारियों को ठगने एवं अपनी जिम्मेदारियों से पीछा छुड़ाने की बात की जा रही है जो उचित नहीं है। छत्तीसगढ़ के कर्मचारी अधिकारी ठान लिए हैं कि जब तक उनके मौलिक अधिकार डी ए एवं एचआरए की प्राप्ति नहीं हो जाती तब तक आंदोलन जारी रहेगा।