कोरबा

संयुक्त ट्रेड यूनियन हड़ताल को सफल बनाने जुटा

दो दिवसीय काम बंद हड़ताल का व्यापक असर रहेगा

कोरबा/ट्रैक सिटी- केंद्र सरकार के मजदूर विरोधी, जन विरोधी एवं राष्ट्र विरोधी नीतियों के खिलाफ देश के 10 केंद्रीय श्रम संगठनों ने 28 – 29 मार्च को दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल का ऐलान किया है। इस हड़ताल में कोयला, इस्पात, तेल ,दूरसंचार, डाक, आयकर, तांबा, बैंक ,बीमा, रोडवेज ,ट्रांसपोर्ट, बिजली कर्मचारियों के अलावा राज्य कर्मचारी संगठन के कामगार भी शामिल रहेंगे। उक्त बातें संयुक्त ट्रेड यूनियन के पदाधिकारियों ने प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान कही।

उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार देश का सब कुछ निजी हाथों में बेच देने का मुहिम चला रही है। जिसका श्रम संगठन विरोध कर रहे हैं । यह सरकार चुनिंदा कारपोरेट घरानों को मदद पहुंचाने के लिए मजदूर पक्षीय 44 श्रम कानूनों को चार लेबर कोड़ में बदलने जा रही है । वहीं नेशनल मोड मोनेटाइजेशन पाइपलाइन के नाम पर देश का सारा ढांचागत सुविधाओं और संसाधनों को निजी हाथों को सौप कर राष्ट्र विरोधी और जन विरोधी कार्य कर रही है।

इसी तरह मौजूदा सरकार ने अपने पहले कार्यकाल में दो करोड़ रोजगार सृजन का झूठा वायदा किया था। वहीं इस बार के बजट में आने वाले 5 वर्षों में मात्र 60 लाख रोजगार सृजन की बात कही हैं याने सिर्फ 12 लाख रोजगार प्रतिवर्ष सृजन होंगे जोकि ऊंट के मुंह में जीरा के बराबर है। संयुक्त ट्रेड यूनियन ने कहा है कि यह सरकार कमर्शियल माइनिंग के जरिए कोल इंडिया के एकाधिकार को पूरी तरह खत्म कर चुनिंदा उद्योग घरानों को लाभ पहुंचाना चाहती है । इसके साथ ही सार्वजनिक क्षेत्र जो इस देश की धरोहर है उसे कौड़ियों के मोल बेचा जा रहा हैं।

इन्हीं सब मसलों पर विरोध दर्ज कराने के लिए देश का मेहनतकश मजदूर 28-29 मार्च को राष्ट्रव्यापी आम हड़ताल में शामिल होगा । इस कड़ी में कोयला उद्योग में 100 फ़ीसदी हड़ताल कामयाब करने के लिए प्रभावी रणनीति बनाई गई हैं उन्होंने कहा है कि कोरबा जिले में हड़ताल की पूरी तैयारी कर ली गई है सिर्फ अति आवश्यक सेवाओं को हड़ताल से अलग रखा गया है। प्रेस वार्ता में एम एल रजक, हरीनाथ सिंह, वीएम मनोहर, बीएल नेताम सहित अन्य मौजूद थे।

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