कोरबा

सब का मालिक एक है चाहे वो किसी भी धर्म का हो कोई भी कही भी उनका करम सब पर है। : सैय्यद हाशमी

 

कोरबा-रहमते आलम कांफ्रेस में हुजूर गाजिये मिल्लत की खिताबत का 50 वाँ शालाना गोल्डन जुबली खिताब मनाया गया।घंटाघर ओपन थियेटर में रात्रि 10 बजे से 1 बजे तक हुजूर गाजीए मिल्लत सैय्यद हाशमी मियां और सैय्यद राशिद मक्की मियां साहब की तकरीर (प्रवचन)का जिले के मुस्लिम समुदाय सहित अन्य समुदायों के लोगों ने देश-विदेश से ख्याति प्राप्त धर्मगुरु के तकरीर (प्रवचन) को सुनने हजारो की संख्या में लोग पहुचे ।
सुन्नी मुस्लिम जमात के सदर हाजी अखलाक खान अशरफी के नेतृत्व में सुन्नी मुस्लिम जमात द्वारा रहमते आलम कांफ्रेंस घंटाघर ओपन थियेटर में बीती रात 10 बजे से 1 बजे तक हुआ यह आयोजन जिले का सबसे बड़ा आयोजन रहा । कार्यक्रम में मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत,सांसद ज्योत्सना महंत ,अध्यक्षता राजस्व मंत्री जयसिंह अग्रवाल ,विशिष्ट अतिथि राज किशोर प्रसाद ,श्यामसुंदर सोनी उपस्थित हुए ।
विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत ने कहा कि मुस्लिम धर्म गुरु सैय्यद हाशमी मिया सभी समुदाय का सम्मान करते है।वो भारत के लिए काम करते है सिर्फ मुस्लिम समुदाय के लिए काम नही करते। वो इतनी अच्छी संस्कृत बोल सकते है हमारे समाज के लोग समझ भी नही सकते उनको पता है आज सभी को कबीर बनने की जरूरत है इस देश मे। इस देश मे एकता और भाई चारा बढ़ाने के लिये आये है । सारे जहाँ से अच्छा हिंदुस्ता हमारा विधानसभा अध्यक्ष ने सुन्नी मुस्लिम जमात के सदर हाजी अखलाक को आयोजन के लिये बधाई व शुभकामनाएं दी।

हुजूर गाजीए मिल्लत सैय्यद हाशमी मियां साहब क़िबला किछौछा शरीफ और सैय्यद राशिद मक्की मियां का प्रवचन रात 10 बजे से प्रारंभ से हुआ प्रारंभ से लेकर अंत तक उपस्थित सभी लोगों ने शांतिप्रिय वातावरण में धर्म गुरु के तकरीर (प्रवचन) को सुना । धर्म गुरु सैय्यद हाशमी मियां ने कहा कि सारे कायनात (दुनिया)का मालिक एक है चाहे वो मुस्लिम हो हिन्दू हो इसाई, सिख हो ,जैन हो सब का मालिक एक है। उनका करम सब पर है। धरती पर सबसे पहले इंसान के रूप में कोई आया तो वह आदम है और हम सब आदम के औलाद है। नाम अलग-अलग हो सकते हैं लेकिन वह एक ही है। भाषाओं के अंतर से व्यक्तित्व में अंतर नहीं आता है। दुनिया बनने के बाद मालिक अंत में आते हैं जिसे इंसान कहते हैं। जब तक मानव समाज में धर्म था तब तक हम दुनिया के नाम पर लड़ते रहे लेकिन धर्म के नाम पर कभी नहीं लड़े। हम धर्म को छोड़कर संगठन में जाने लगे तब समस्याएं शुरू हुई। ये सारे अवगुण हमारे अंदर तब आए जब हम धर्म को छोड़कर संगठन में आ गए। किसी भी संगठन में कोई गुरु नहीं न ही कोई पीर पैगम्बर है। गुरु धर्म में था, अध्यात्म में था। हम धर्म को छोड़कर संगठन में जुड़ते चले गए, ये देखे बिना कि यह संगठन हमारे धर्म को मजबूत बनाता है या हमारे गुणों को कमजोर। संगठन ईश्वर ने नहीं, ये हमने बनाया है। मनुष्य एक सर्वश्रेष्ठ रचना है इसे अपने रचयिता के बारे में जानना चाहिए। मनुष्य किसी भी धर्म का हो उसके पूर्वज एक ही है। इसलिए हम सब भाई-भाई हैं। कुछ सत्ताधारी लोग अपनी वोट बैंक की राजनीति के लिए जनता को लड़ाते हैं।

आम जनता की रहमती के लिए मांगी दुआ
हुजूर गाजीए मिल्लत सैय्यद हाशमी मियां साहब किबला किछौछा शरीफ और सैय्यद राशिद मक्की मियां साहब ने मंच में शानदार आयोजन के लिए आयोजन समिति के अध्यक्ष हाजी अखलाक खान अशरफी और उनकी टीम को बधाई दी। रहमते आलम कांफ्रेंस समापन के बाद जिले के साथ छत्तीसगढ़ के समस्त लोगों के अमन-चैन और शांति के लिए दुआ मांगी और आपसी भाईचारे का संदेश लोगों को तकरीर प्रवचन के माध्यम से दी। शासन-प्रशासन और पुलिस दुरुस्त व्यवस्था के लिए सैय्यद हाशमी मियां ने मंच से उनकी सराहना करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया।

 सुन्नी मुस्लिम जमात के सदर हाजी अखलाक ने कार्यक्रम को सफल बनाने में प्रशासन का आभार व्यक्त किया आयोजन को सफल बनाने में युवा टीम का हौसला बढ़ाया सभी को बधाई दी गयी । इस आयोजन को सफल बनाने में सुन्नी मुस्लिम जमात के सरपरस्त कारी डॉ सैयद सब्बीर अहमद अशरफी, जनरल सेक्रेटरी जुम्मन खान रिज़वी ,सेक्रेटरी सैय्यद असफाक अली, इसहाक रिज़वी (बाबा खान),इमदाद हुसैन खान,आरिफ खान,सरवर हुसैन खान,अनवर रज़ा ,इमरान खान (राजा),अब्दुल मजीद ताज, मंसूर सेख ,असरफ अली ,इमरान खान समेत समाज के सभी लोगो ने साथ दिया कार्यक्रम को सफल बनाने में जिले के सभी मस्जिद ,मदरसों के कमेटी के जिम्मेदार लोगों ने आयोजन को सफल बनाया उन सभी का सुन्नी मुस्लिम जमात के सदर हाजी अखलाक खान ने सुक्रिया अदा किया ।

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