कोरबा,1 फरवरी (ट्रैक सिटी न्यूज़) अक्सर आम बजट वर्तमान परिस्थितियों को देखकर बनाया जाता है।वर्तमान परिस्थिति मे मे कठिन तथा व्यवहारिक निणर्य लेने की आवश्यकता थी लेकिन बजट में ऐसा नहीं किया गया।देश की सबसे बड़ी समस्या बेरोजगारी है जो कि 8 फीसदी से ज्यादा है लेकिन सरकार बजट मे इससे निपटने के ठोस उपाय बताने मे असफल रही वहीं बढ़ती मंहगाई को काबू करने के मोर्चे मे सरकार पूरी तरह मात खा गई है लगभग 8 साल बाद वेतन भोगियों को आयकर मे छूट का निर्णय अच्छा है।बजट मे 48 करोड़ असंगठित मजदूरों के लिए कुछ भी नहीं है तथा बजट मे आर्थिक सुस्ती को सुधारने के लिए जो उपाय किए जाने चाहिए थे,उन्हें पूरी तरह नजरअंदाज किया गया कुलमिलाकर यह बजट अपेक्षाओं की कसौटी पर पूणतः निराशाजनक हैं।