मुंगेली/उच्च शिक्षा विभाग छ.ग. शासन द्वारा प्रायोजित तथा डॉ. ज्वाला प्रसाद मिश्र शासकीय विज्ञान महाविद्यालय मुंगेली एवं शासकीय एस. एन. जी. महाविद्यालय मुंगेली के संयुक्त तत्वाधान में “छत्तीसगढ़ के उच्च शिक्षण संस्थानों के विद्यार्थियों में उद्यमिता विकासः चुनौतियां एवं संभावनाएं ” विषय पर एक दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया ।जिसमें मुख्य अतिथि – एस. पी. चतुर्वेदी प्रख्यात उद्योगपति बिलासपुर, अध्यक्षता – एस. के. गोवर्धन उद्यमी एवं कृषक मुंगेली, विशिष्ट अतिथि – डॉ. पी. के. पाण्डेय, अपर संचालक उच्च शिक्षा क्षेत्रीय कार्यालय बिलासपुर , डॉ. जी. ए. घनश्याम संयुक्त संचालक उच्च शिक्षा संचालनालय रायपुर , प्रो. रक्षा सिंह, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय जनजातीय केन्द्रीय विश्वविद्यालय, अमरकंटक | प्रद्युम्न तिवारी, अध्यक्ष, जनभागीदारी समिति शास. विज्ञान महाविद्यालय मुंगेली । राणाप्रताप सिंह, अध्यक्ष, शासकीय एस. एन. जी. महाविद्यालय मुंगेली । प्राचार्य एवं संरक्षक डॉ. शोभित कुमार बाजपेयी एवं प्राचार्य सह-संरक्षक डॉ. रजत दवे के गरिमामयी उपस्थिति में सम्पन्न हुआ ।
कार्यक्रम का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्जवलन, सरस्वती वंदना के साथ हुआ। तत्पश्चात् स्वागत भाषण डॉ. बाजपेयी सर द्वारा किया गया । उद्बोधन की कड़ी में मुख्य अतिथि एस पी चतुर्वेदी द्वारा उद्यमिता का महत्व तथा आवश्यक संसाधन के बारे में विस्तृत जानकारी तथा अपने अनुभव एवं रोटरी क्लब द्वारा किए गए कार्यों की विस्तृत जानकारी प्रदान की गई तथा विद्यार्थियों को उद्यमी बनने हेतु प्रोत्साहित किया।इसी कड़ी में श्री गोवर्धन के द्वारा उन्नत कृषि में तकनीक का उपयोग एवं इनोवेटिव आइडिया के बारे में जानकारी दी गयी। अपर संचालक श्री पाण्डेय द्वारा इस सफल सेमीनार आयोजन हेतु बधाई दी गयी तथा महाविद्यालय स्तर में उद्यमिता विकास के कार्यों को रेखांकित किया गया। उद्बोधन के क्रम में संयुक्त संचालक घनश्याम जी द्वारा छत्तीसगढ़ के उच्च शिक्षण संस्थान में राष्ट्रीय शिक्षा नीति के माध्यम से महाविद्यालयों में उद्यमिता विकास पर जोर दिया गया तथा उनके सफल क्रियान्वयन हेतु भारतीय ज्ञान परंपरा को विज्ञान के सिद्धांत से जोड़ते हुए क्रिएटिव उद्यम विकसित करने की बात कही गई ताकि हम विकसित भारत 2047 हेतु सपना पूरा कर सके एवं भारतीय अर्थव्यवस्था में योगदान दे सकें। अमरकंटक विश्वविद्यालय से आई हुई प्रो रक्षा सिंह ने अपने सारगर्भित व्याख्यान में एनईपी के अधीन उद्यमिता, भारतीय ज्ञान परंपरा में विद्यार्थियों की भूमिका का विस्तार पूर्वक विश्लेषण किया।इस अवसर पर हाईब्रिड मोड में ऑनलाइन तकनीकी सत्र का आयोजन किया गया जिसमें इनवाईटी टाक के अंतर्गत डॉ शैलेन्द्र कुमार भारल डीन कामर्स संकाय विक्रम विश्वविद्यालय उज्जैन एवं डॉ बटेश्वर सिंह डीन कामर्स संकाय झारखंड सेन्ट्रल यूनिवर्सिटी रांची द्वारा विशेष व्याख्यान दिया गया तथा विभिन्न महाविद्यालयों से आये हुए प्राध्यापकगण, शोधार्थियों द्वारा शोध पत्र प्रस्तुत किए गए ।साथ ही सफल उद्यमी एस. के. गोवर्धन, संचित भट्ट तथा उद्यमी छात्र – छात्राओं द्वारा अपनी किए गए कार्यों की विस्तृत जानकारी दी गयी। तकनीकी सत्र का सफल संचालन एस. के. भारती, ब्रजेश उपाध्याय, एन. के. पुरले द्वारा किया गया। इस सेमीनार में डॉ. ज्वाला प्रसाद मिश्रा महाविद्यालय एवं शासकीय एस. एन. जी. महाविद्यालय के समस्त स्टॉफ की सक्रिय सहभागिता रही। इस आयोजन में राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयंसेवकों का विशेष सहयोग रहा।