कोरबा (ट्रैक सिटी)/ समाज कल्याण विभाग एवं कोरबा मेडिकल कॉलेज के संयुक्त तत्वावधान में छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान द्वारा संचालित नशामुक्ति केंद्र कोरबा में नशामुक्ति पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में नशामुक्ति केंद्र में रह रहे लाभार्थियों को नशे के दुष्परिणामों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। विशेषज्ञों ने समझाया कि नशा व्यक्ति को शारीरिक व मानसिक रूप से कमजोर करता है तथा परिवार और समाज पर भी नकारात्मक असर डालता है।
नशामुक्त जीवन के लिए आत्मविश्वास और दृढ़ इच्छाशक्ति पर बल
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि अबकारी विभाग से सुकांत पांडे (S.I.) एवं विक्रांत पांडे (S.I.) ने अपने उद्बोधन में नशामुक्त जीवन के लिए आत्मविश्वास और दृढ़ इच्छाशक्ति पर बल दिया। कोरबा मेडिकल कॉलेज के मानसिक स्वास्थ्य विभाग से डॉ. साकिया ने मानसिक स्वास्थ्य एवं परामर्श की अहमियत पर प्रकाश डाला। परामर्शदाता तराचंद एवं संजय तिवारी ने संयम और आत्मनियंत्रण को जीवन में अपनाने की आवश्यकता बताई। समाजसेवी राणा मुखर्जी ने लाभार्थियों को सकारात्मक सोच और समाजसेवा की ओर प्रेरित किया।
छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान लखनपुर जिला सरगुजा छग द्वारा जिला कोरबा में नशामुक्ति केंद्र का संचालन किया जा रहा है। जहां पर नशामुक्ति केंद्र में रहने वाले लोगों को निःशुल्क भोजन, दवा, योग व्यायाम, काउंसलिंग का कार्य करते हुए नशा छुड़ाने का काम किया जा रहा है। प्रभजोत कौर ने बताया कि छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान के प्रदेश सचिव सुरेन्द्र साहु के मार्गदर्शन में यह निःशुल्क नशामुक्ति केंद्र संचालित हो रहा है। अगर कहीं भी कोई भी नशा से पीड़ित व्यक्ति मिलें तो तुरंत सूचना प्रदान करें जिससे कि उसे नशामुक्ति केंद्र कोरबा में भर्ती किया जा सके।
कार्यक्रम के बाद अतिथियों ने छत्तीसगढ़ शबरी सेवा संस्थान द्वारा संचालित नशामुक्ति केंद्र का भ्रमण किया तथा वहां उपलब्ध सुविधाओं और गतिविधियों की जानकारी ली। अंत में सभी लाभार्थियों को नशामुक्ति की शपथ दिलाई गई और यह संदेश दिया गया कि सामूहिक प्रयास एवं दृढ़ निश्चय से नशामुक्त जीवन संभव है।