कोरबा (ट्रैक सिटी)/ जिले में रेलवे संरचना के विस्तार को लेकर एक अहम कदम उठाया गया है। कोरबा-चांपा मार्ग में बसे ग्राम मड़वारानी से सरगबुंदिया के बीच तीसरी और चौथी रेल लाइन बिछाने की योजना को मंजूरी मिल चुकी है। इस परियोजना के तहत अप और डाउन दिशा में कुल 12.20 किलोमीटर लंबाई की नई रेल लाइन बिछाई जानी है, जिसके लिए शासकीय और निजी मिलाकर कुल 9.4865 हेक्टेयर भूमि का अधिग्रहण किया जा रहा है।
रेलवे की इस महत्वाकांक्षी परियोजना से कुल 262 किसान प्रभावित होंगे। जिनकी भूमि इस परियोजना के दायरे में आई है, उसका प्रकाशन राजपत्र में किया जा चुका है। प्रभावित किसानों को नियमानुसार मुआवजा दिया जाएगा। बरपाली तहसील के ग्राम पुरैना, बरपाली और खरहरी में किसानों की भूमि का चिन्हांकन किया गया है। ग्राम पुरैना के 147 किसानों की भूमि के साथ 6.4655 हेक्टेयर शासकीय भूमि चिन्हित की गई है। ग्राम बरपाली के 69 किसानों की 2.579 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहण की जद में आई है। ग्राम खरहरी में 14 किसानों की भूमि के साथ 0.441 हेक्टेयर शासकीय भूमि अधिग्रहण की गई है। सभी प्रभावित किसानों को मुआवजा देने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है।
2023-24 के बजट में मिली 10 करोड़ की राशि
इस परियोजना को रेलवे बोर्ड से पहले ही स्वीकृति मिल चुकी थी। केंद्र सरकार ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के आम बजट में इस कार्य के लिए 10 करोड़ रुपए की राशि स्वीकृत की थी। इसके बाद रेल प्रशासन ने जमीन का सर्वे, चिन्हांकन तथा शासकीय भूमि पर प्राथमिक कार्य शुरू कर दिया था।
कोरबा स्टेशन पर 13 लाइन, फिर भी नहीं मिलती राहत।
कोरबा रेलवे स्टेशन पर तीन प्लेटफॉर्म के साथ कुल 13 रेल लाइनें हैं, लेकिन इनमें से अधिकांश पर मालगाड़ियां खड़ी रहती हैं या दौड़ती रहती हैं। इस वजह से बिलासपुर की ओर से आने वाली यात्री ट्रेनों को अक्सर मड़वारानी, सरगबुंदिया या उरगा के बीच रोका जाता है। नई लाइनें बिछने के बाद यह समस्या काफी हद तक कम हो जाएगी, और यात्री ट्रेनों की आवाजाही ज्यादा सुगम हो सकेगी।