Korba

न्योता भोजन : शासकीय प्राथमिक शाला नवागांव में आयोजित हुआ न्योता भोज.. खीर – पूड़ी खाकर बच्चों के चेहरों पर आई मुश्कान.

कोरबा (ट्रैक सिटी)/केंद्र सरकार द्वारा शुरू की गई तिथि भोजन कार्यक्रम को छत्तीसगढ़ में न्यौता भोजन का नाम दिया गया है। जिसके तहत सरकारी स्कूल के प्रति लोगों का विश्वास बढ़ चुका है। पालक अब स्वस्फूर्त विद्यालय पहुंचकर प्रत्येक कार्यक्रमों में सामुदायिक सहभागिता को साकार कर रहे हैं। इसी बीच शासन ने महत्वाकांक्षी स्वेच्छिक न्योता भोजन आगाज कर चमत्कार कर दिया है। माननीय जिलाधीश कोरबा अजीत बसंत के मार्गदर्शन में विकासखंड कटघोरा अंतर्गत प्राथमिक शाला नवागांव में न्योता भोजन का आयोजन किया गया। जिसमें आयोजक ब्रम्ह प्रकाश कश्यप, चन्द्रकला कश्यप, कटघोरा बीईओ ईश्वर प्रसाद कश्यप एवं बीआरसी बी आर साहू द्वारा भोजन सामग्री एवं खीर, पुड़ी,बिस्किट, मिक्चर, फल की व्यवस्था की गई थी।

कार्यक्रम के बारे में बताते हुए बीईओ श्री कश्यप ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा बहुत अच्छी पहल की गई है, जिसमें बच्चों को पोषण आहार मिलने के साथ साथ आपसी भेदभाव मिटेगा। जनप्रतिनिधि, समाजसेवी, दानदाता कोई भी व्यक्ति अपने आस पास के स्कूली बच्चों को पूर्ण भोजन या पूरक भोजन दे सकता है। ऐसे में लोग जन्मदिन, सालगिरह या अन्य यादगार पलों में बच्चों के साथ भोजन करना चाहेगा। न्योता भोजन का उद्देश्य समुदाय के बीच अपनेपन की भावना का विकास, भोजन के पोषक मूल्य में वृद्धि तथा सभी समुदाय वर्ग के बच्चों में समानता की भावना विकसित करना है। न्योता भोजन की अवधारणा सामुदायिक भागीदारी पर आधारित है। यह पूरी तरह से स्वैच्छिक है और समुदाय के लोग अथवा कोई भी सामाजिक संगठन, स्कूलों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को पूर्ण भोजन का योगदान कर सकते हैं अथवा अतिरिक्त पूरक पोषण के रूप में खाद्य सामग्री का योगदान कर सकेंगे। न्योता भोजन, स्कूल में दिए जाने वाले भोजन का विकल्प नहीं होगा, बल्कि यह विद्यार्थियों को दिए जा रहे भोजन का पूरक होगा।

बच्चों को मिलेगा स्वादिष्ट और पौष्टिक भोजन

यह विभिन्न त्यौहारों या अवसरों जैसे वर्षगांठ, जन्मदिन, विवाह और राष्ट्रीय पर्व आदि पर बड़ी संख्या में लोगों को भोजन प्रदान करने की भारतीय परम्परा पर आधारित है। समुदाय के सदस्य ऐसे अवसरों/त्यौहारों पर अतिरिक्त खाद्य पदार्थ या पूर्ण भोजन के रूप में बच्चों को पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन प्रदान कर सकते हैं। यह पूरी तरह स्वैच्छिक है और समुदाय के लोग अथवा कोई भी सामाजिक संगठन या तो पूर्ण भोजन का योगदान कर सकते हैं या अतिरिक्त पूरक पोषण के रूप में मिठाई, नमकीन, फल या अंकुरित अनाज आदि के रूप में खाद्य सामग्री का योगदान कर सकते हैं। ध्यान रहे न्योता भोजन शाला में दिये जाने वाले भोजन का विकल्प नहीं है, बल्कि यह केवल शाला में प्रदान किये जाने वाले भोजन का पूरक है।

कार्यक्रम में शिक्षक नवागांव प्राथमिक शाला के प्रधान पाठक कला राम चौहान, सीएससी समीम खान, शिक्षक संजय चन्द्रा, पत्रकार अजय धनोदिया, शशिकांत डिक्सेना, शारदा पाल, शिव प्रसाद गुप्ता, सरिता, महिला समूह की अध्यक्ष शांता बाई, संतोषी यादव तथा गणमान्य नागरिक मुख्य रूप से उपस्थित रहे।।

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