कोरबा (ट्रैक सिटी)/ जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के कोरबा जिला अध्यक्ष जैनेन्द्र कुर्रे के प्रयासों और छात्र हित में उठाई गई सशक्त मांग के फलस्वरूप उच्च शिक्षा विभाग ने अतिथि व्याख्याता भर्ती प्रक्रिया पर लगी रोक को तत्काल प्रभाव से हटा लिया है। यह निर्णय न केवल छत्तीसगढ़ के बेरोजगार युवाओं के लिए राहत लेकर आया है, बल्कि राज्य के शैक्षणिक परिदृश्य को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
हाल ही में, अगस्त 2025 में उच्च शिक्षा विभाग द्वारा जारी नए दिशा-निर्देशों के कारण अतिथि व्याख्याता भर्ती प्रक्रिया में स्थानीय छत्तीसगढ़िया युवाओं को प्राथमिकता देने का पुराना प्रावधान समाप्त कर दिया गया था। इसके तहत केवल समान अंक होने की स्थिति में ही स्थानीय अभ्यर्थियों को अवसर मिलना था, जिससे बाहरी राज्यों के उम्मीदवारों को प्राथमिकता मिलने लगी। इससे प्रदेश के हजारों NET, SET और PhD धारक युवाओं में आक्रोश फैल गया और कई कॉलेजों में मनमानी नियुक्तियों की शिकायतें सामने आईं।
इसी संदर्भ में जैनेन्द्र कुर्रे ने 13 अक्टूबर 2025 को उच्च शिक्षा विभाग को एक कड़ा पत्र प्रेषित कर मांग की थी कि:
1. अतिथि व्याख्याता भर्ती पर लगी रोक तत्काल हटाई जाए।
2. स्थानीय छत्तीसगढ़िया युवाओं को प्राथमिकता दी जाए, जैसा कि 2024 के विज्ञापन में था।
3. रिक्त पदों की पूर्ति के लिए पारदर्शी और शीघ्र प्रक्रिया शुरू की जाए।
4. पढ़ाई पूरी नही होने के कारण सेमेस्टर परीक्षा की तारीख को आघे बढ़ाया जाए ।
पत्र में कड़े शब्दों में चेतावनी दी गई थी कि यदि मांगें पूरी नहीं हुईं, तो पार्टी छात्रों और बेरोजगार युवाओं के हित में बड़े पैमाने पर आंदोलन छेड़ेगी। इस पत्र के दबाव और जनहित की भावना को देखते हुए उच्च शिक्षा विभाग ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 17 अक्टूबर 2025 को पत्र जारी किया, जिसमें रिक्त पदों की पूर्ति के लिए प्रक्रिया पुनः शुरू करने का निर्णय लिया गया।
जैनेन्द्र कुर्रे ने उच्च शिक्षा विभाग के इस सकारात्मक कदम के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करते हुए कहा, “यह जीत छत्तीसगढ़िया युवाओं के संघर्ष और हमारी पार्टी की दृढ़ इच्छाशक्ति का परिणाम है। विभाग की यह पहल छात्रों की शिक्षा और स्थानीय युवाओं के रोजगार के लिए एक नई उम्मीद लेकर आई है।
जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल ने इस उपलब्धि पर प्रसन्नता जताते हुए कहा, जैनेन्द्र कुर्रे के नेतृत्व में यह सफलता हमारी पार्टी की जन-केंद्रित नीतियों का प्रमाण है। हम छत्तीसगढ़ के युवाओं के हक के लिए हर मोर्चे पर लड़ते रहेंगे। सरकार को चेतावनी है कि स्थानीय हितों से समझौता बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” यह कदम न केवल रिक्त शिक्षक पदों की पूर्ति सुनिश्चित करेगा, बल्कि छत्तीसगढ़िया युवाओं को उनके संवैधानिक अधिकारों की रक्षा भी प्रदान करेगा। जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी इस दिशा में निरंतर सजग और सक्रिय रहेगी, ताकि प्रदेश के छात्रों और युवाओं का भविष्य सुरक्षित हो।