मुंगेली/ शासकीय नवीन महाविद्यालय, फास्टरपुर-सेतगंगा में स्नेह सम्मेलन, वार्षिक उत्सव एवं पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर राहुल देव और पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथियों द्वारा माता सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन से किया गया। महाविद्यालय के विद्यार्थियों ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक का बैच लगाकर स्वागत किया। इस दौरान राष्ट्रीय एवं राज्य स्तर पर खेलकूद में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। समारोह में महाविद्यालय के विद्यार्थियों द्वारा छत्तीसगढ़ की परम्परा एवं संस्कृति पर आधारित लोक गीतों पर मनमोहक नृत्य की प्रस्तुति दी गई।
सफलता प्राप्त करने के लिए धैर्य के साथ कड़ी मेहनत जरूरी – कलेक्टर
विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कलेक्टर ने कहा कि जीवन में निरंतर प्रयास ही सफलता की कुंजी है। उन्होंने उदाहरण देते हुए बताया कि किसी भी व्यक्ति के लिए कोई लक्ष्य असंभव नहीं होता, बस उसे अपनी क्षमताओं को पहचानकर कड़ी मेहनत करनी होती है। उन्होंने लकड़हारे की कहानी सुनाकर विद्यार्थियों को समझाया कि हर कदम पर परीक्षा होती है, लेकिन जो धैर्य और मेहनत से आगे बढ़ता है, वह निश्चित रूप से सफलता प्राप्त करता है। कलेक्टर ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आर्थिक स्वतंत्रता सबसे महत्वपूर्ण है। जीवन में कठिनाइयां आएंगी, लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है। आत्मविश्वास और मेहनत से हर समस्या का समाधान संभव है।
चुनौतियों को अवसर में बदलना ही सफलता का मूल मंत्र – पुलिस अधीक्षक
पुलिस अधीक्षक ने विद्यार्थियों से कहा कि “स्वयं को जानो और स्वयं को पहचानो” यह वाक्य मात्र नहीं, बल्कि गहन चिंतन और मनन का विषय है। उन्होंने युवाओं को अपने वर्तमान पर ध्यान केंद्रित करने और जीवन के हर पल को पूरी ऊर्जा और उत्साह के साथ जीने की सीख दी। उन्होंने कहा कि हमें अपने जीवन को दूसरों की नकल करने के बजाय खुद की पहचान बनानी चाहिए। उन्होंने स्वामी विवेकानंद और भगवान श्रीकृष्ण का उदाहरण देते हुए बताया कि महान व्यक्तित्व अपने सिद्धांतों और विचारों पर अडिग रहते हैं, जिससे वे समाज में अलग पहचान बनाते हैं। हमें वही कार्य करना चाहिए, जिसे दुनिया असंभव मानती है। चुनौतियों को अवसर में बदलना ही सफलता का मूल मंत्र है। उन्होंने विद्यार्थियों से कहा कि सोशल मीडिया के प्रभाव से सतर्क रहें और किसी के बहकावे में न आएं। कोई भी ऐसा कार्य न करें जिससे माता-पिता और परिवार की प्रतिष्ठा को ठेस पहुंचे। कलेक्टर और एसपी ने प्रेरणादायक बातचीत से विद्यार्थियों में नया जोश और आत्मविश्वास देखने को मिला।
महाविद्यालय के विकास को लेकर रखी गई मांग
इस अवसर पर महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. के.के.मिश्रा ने महाविद्यालय की प्रगति का प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने महाविद्यालय परिसर में विद्यार्थियों के लिए क्रीड़ा स्थल, बाउंड्रीवाल एवं बोर खनन की आवश्यकता पर भी जोर दिया। प्राचार्य ने कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक का महाविद्यालय आगमन पर आभार व्यक्त करते हुए कहा कि उनके जीवन से विद्यार्थियों को प्रेरणा लेनी चाहिए। कलेक्टर ने पहले ही प्रयास में आईएएस परीक्षा उत्तीर्ण की, वहीं पुलिस अधीक्षक ने एक शिक्षक से आईपीएस अधिकारी तक का सफर तय किया। दोनों अधिकारी अपनी सादगी और जमीनी जुड़ाव के लिए पहचाने जाते हैं। कार्यक्रम के अंत में महाविद्यालय परिवार द्वारा मुख्य अतिथियों को स्मृति चिन्ह भेंट कर धन्यवाद ज्ञापित किया गया। इस अवसर पर जिला पंचायत सदस्य श्रीमती रजनी मानिक सोनवानी, महाविद्यालय के प्राधयापकगण और बड़ी संख्या में विद्यार्थी मौजूद रहे।