Korba

स्वास्थ्य सुविधाओं में नई क्रांति : कोरबा बना स्वस्थ जीवन का मॉडल जिला।

सरकार के सतत प्रयासों से मजबूत हुई स्वास्थ्य सेवाओं की बुनियाद, आधुनिक उपचार से लाभान्वित हो रहे मरीज

कोरबा (ट्रैक सिटी)/ स्वस्थ जीवन का प्रथम आधार बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं होती हैं। इसी उद्देश्य को लेकर छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा मरीजों को गुणवत्तापूर्ण उपचार और स्वास्थ्य लाभ प्रदान करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य सेवाओं में हुए व्यापक सुधारों का परिणाम है कि अब अस्पतालों में पहले जैसी लंबी कतारें अतीत की बात बन गई हैं। आधुनिक मशीनों से सुसज्जित अस्पतालों में विशेषज्ञ डॉक्टरों की संख्या में वृद्धि हुई है तथा पर्याप्त दवाएं, बेड और अन्य संसाधन सुनिश्चित किए गए हैं। प्रत्येक मरीज को समय पर उचित उपचार मिल रहा है, जिससे स्वास्थ्य सेवाओं में आमूलचूल परिवर्तन आया है।

*स्वास्थ्य सेवाओं का सशक्त नेटवर्क : आंकड़ों में झलकती प्रगति*

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.एन.केशरी ने जिले के स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2000 की तुलना में वर्ष 2025 तक कोरबा जिले की स्वास्थ्य सुविधाओं में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है- उप स्वास्थ्य केंद्र 197 से बढ़कर 285, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 29 से बढ़कर 40, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र 3 से बढ़कर 7, शहरी स्वास्थ्य केंद्र 0 से बढ़कर 30, शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र 3 और शहरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र 1 है।

*जिला अस्पताल में आधुनिक उपकरणों और विशेषज्ञ सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित*

*बेहतर संसाधन, बेहतर उपचार*

बेड की संख्या 364 से बढ़कर 856, डॉक्टरों की संख्या 99 और स्वास्थ्यकर्मी 876, एंबुलेंस सेवाएं 1 से बढ़कर 29, प्रसव सुविधा केंद्र 230 से बढ़कर 333, शिशु मृत्यु दर 62 से घटकर 48 हो गई है। इन उपलब्धियों ने स्वास्थ्य सेवाओं को न केवल सशक्त बनाया है, बल्कि आम नागरिकों को उपचार के प्रति आत्मविश्वास भी दिया है।

*मेडिकल कॉलेज में विशेषज्ञ चिकित्सकों से आमजनों को मिल रहा स्वास्थ्य लाभः-* 

जिले में स्व. बिसाहू दास मंहत स्मृति चिकित्सा महाविद्यालय भी संचालित है, जहां विशेषज्ञ अनुभवी चिकित्सकों एवं अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरणों से आमजनों को स्वास्थ्य लाभ मिल रहा है।

*विशेष पहलें और नई व्यवस्थाएं-*

जिले के सभी 5 ब्लॉकों में पोषण पुनर्वास केंद्र (एनआरसी) संचालित है। बर्न यूनिट और शिशु केयर यूनिट (एसएनसीयू) की स्थापना से गंभीर मरीजों और नवजातों को राहत मिली है। टीबी जांच दर 04 प्रतिशत से बढ़कर 44 प्रतिशत, टीकाकरण दर 46 प्रतिशत से बढ़कर 96.36 प्रतिशत पहुंची है। डेंटल यूनिट 1 से बढ़कर 7, आई यूनिट 4 से बढ़कर 8, ब्लड बैंक की संख्या 6 तक पहुंची, जिससे रक्त की उपलब्धता सुलभ हुई।

*विभिन्न प्रकार की जांच सुविधाओं का हुआ विस्तार*

इन 25 वर्षो में जिले में विभिन्न प्रकार की जांच हेतु चिकित्सा सुविधाओं में विस्तार हुआ है। जिले में एक्सरे जांच की सुविधा 1 से बढ़कर 7 स्थानों में उपलब्ध है। सीटी स्कैन की सुविधा भी 0 से बढ़कर 1 हो गई है। अन्य स्कैन की सुविधा भी 47 पहुंच गई है।

*सम्मान और पहचान*

स्वास्थ्य सेवाओं में उल्लेखनीय उपलब्धियों के लिए कोरबा जिले को कई राज्य स्तरीय पुरस्कार प्राप्त हुए हैं। “संपूर्ण अभियान” के तहत पांच सूचकांकों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए जिले को पुरस्कृत किया गया है। साथ ही, जिले की कई स्वास्थ्य संस्थाएं राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक से प्रमाणित हैं, जो गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाओं के प्रति जिले की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

*कोरबा स्वास्थ्य क्रांति के पांच प्रमुख आयाम*

स्वास्थ्य केंद्रों और अस्पतालों का निरंतर विस्तार, विशेषज्ञ डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की संख्या में वृद्धि, अत्याधुनिक चिकित्सा उपकरण और एंबुलेंस नेटवर्क का सुदृढ़ीकरण, टीकाकरण, टीबी जांच और प्रसव सुविधाओं में ऐतिहासिक सुधार और राज्य स्तरीय पुरस्कार एवं एनक्यूएएस (राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक) प्रमाणन के साथ गुणवत्तापूर्ण सेवाओं की पहचान है।

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