आज एसईसीएल के मुख्यालय में निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार संयुक्त कोयला मजदूर संघ(एटक) के तत्वधान में 5 हजार एटक के कार्यकर्ताओं ने 38 सुत्रीय मांगों के समर्थन में जंगी प्रदर्शन करते हुए ज्ञापन सौंपा इस मौके पर सभा को संबोधित करते हुए पूर्व सांसद एवं एटक के राष्ट्रीय अध्यक्ष तथा जेबीसीसीआई सदस्य कामरेड रमेंद्र कुमार ने कहा कि देश की आर्थिक स्थिति बहुत ही खराब है और इसका सबसे ज्यादा असर मेहनतकशो मे पड़ रहा है इसी तरह पुरे देश मे बेरोजगारी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिया है मौजूद सरकार अपने मौज मस्ती कायम रखने के लिए देश के सार्वजनिक संस्थाओं को कौडिय़ों के मोल बेच रही है इसके साथ ही आम जनता का ध्यान बांटने के लिए धर्म की राजनीति कर रही है जो देश की प्रगति के लिए बाधक है इसका सभी विपक्षी पार्टियों के साथ एकता बनाकर मुखालफत किया जाना चाहिए उन्होंने कोयला मजदूरों के लिए 11 वां वेतन समझैता के संबंध मे कहा कि कोयला प्रबंधन मौजूदा सरकार के इसारे पर ही वेतन समझैता को टालमटोल कर रही है इस कड़ी मे कोयला प्रबंधन हठधर्मिता रुख अपनाते हुए मजदूरों का वेतनमान नहीं के बराबर देना जाती है जिसका संगठन खुलकर विरोध कर रहे हैं उन्होंने अंत में कहा कि कोयला मजदूरों का 11वां वेतन समझौता को
सम्मानजनक मजदूरों के पक्ष में अमली करण कराने के लिए एटक पुरे ताकत के साथ लड़ाई लड़ने में पीछे नहीं हटेगा महामंत्री एसकेएमएस(एटक) कामरेड हरिद्वार सिंह ने 38 सूत्रीय मांग पत्र उल्लेखित जिसमें खदानों मनमाना तरीके से बंद करना, बेवजह मजदूरों का हाजिरी काटना, प्रबंधन का घोर मजदूर विरोधी तानाशाही रवैया अपनाना, मजदूरों को आवास सुविधा मुहैया कराना, मेन पावर बजट में 16 फिसदी प्रमोशन का प्रावधान करना, ठेका मजदूरों को निर्धारित हाई पावर कमेटी के सिफारिश के अनुसार वेतन भुगतान करना, विभागीय मजदूरों को समय में वेतन देना,वेतन विसंगतियों को दूर करना, खदानों में सुरक्षा मापदंडों को ध्यान में रखकर उत्पादन करना, आवासीय कॉलोनी के क्वार्टरों में मरम्मत कराना आदि सवाल पर प्रबंधन को चेतावनी देते हुए कहा कि जल्द से जल्द 38 सूत्रीय मांगों को प्रबंधन हल करें अन्यथा पूरे एसईसीएल में संगठन निर्णायक लड़ाई लड़ने से पीछे नहीं हटेगा इसी तरह संयुक्त कोयला मजदूर संघ एटक के कार्यवाहक अध्यक्ष दीपेश मिश्रा ने कहा कि हमारे एसईसीएल के वर्तमान मुखिया ने कोयला के उत्पादन के मामले में जोरदार नारा दिया है कि अबकी बार 200 पार श्रम संगठन ने इसका समर्थन किया है परंतु इस पर दीपेश मिश्रा ने कहा प्रबंधन हमेशा कोयला उत्पादन का तो लक्ष्य तय करती है परंतु मजदूरों के हित सवाल कोई भी लक्ष्य तय नहीं करती जो कि निंदनीय है उन्होंने आगे कहा कि एसईसीएल में कितने कल्याणकारी कार्य होंगे उसका भी लक्ष्य तय किया गया वहीं कितने चिकित्सालय खुलेंगे तथा कितने स्कूल खुलेंगे वहीं कितने क्वार्टरों का मरम्मत कराएंगे तथा मेहनतकश मजदूरों को क्या-क्या सुविधाएं देंगे इसके लिए भी लक्ष्य बनाया जाना चाहिए परन्तु प्रबंधन ने इस मामले में आज तक कोई लक्ष्य नहीं बनाया है जो दुर्भाग्य जनक है इसके बाद कामरेड अजय विश्वकर्मा अध्यक्ष एसकेएमएस (एटक) ने भी सभा को संबोधित करते हुए गर्मजोशी के साथ सभी कार्यकर्ताओं का स्वागत किया तथा एटक के संघर्षों का इतिहास के बारे विस्तार से अपनी बातों को रखा आज के सभा को कामरेड रमायण, मनोज पांडे, नागेंद्र प्रसाद, लिंगराज नायक, कन्हैया सिंह, मदन सिंह, एल.पी.अघरिया, चंद्रकांत सिन्हा आदि ने संबोधित किया।