एमसीबी (ट्रैक सिटी)/ मनेन्द्रगढ़ विकासखंड अंतर्गत ग्राम पंचायत भलौर में स्वच्छता एवं ग्रामीण विकास की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। पंचायत के सचिव एवं सरपंच की उपस्थिति में ग्राम के स्व-सहायता समूहों के साथ बैठक आयोजित की गई, जिसमें ग्राम की सफाई व्यवस्था को और अधिक व्यवस्थित एवं सुदृढ़ बनाने के लिए ठोस निर्णय लिए गए। इस बैठक में सामुदायिक भागीदारी को प्राथमिकता देते हुए यह निर्णय लिया गया कि गांव में कचरा संग्रहण (कलेक्शन) की प्रक्रिया को समूह की सहायता से प्रारंभ किया जाएगा, ताकि गांव की गलियों और सार्वजनिक स्थलों पर स्वच्छता बनी रहे और जनस्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़े। इस पहल के तहत अब समूह की महिलाएं नियमित रूप से घर-घर जाकर कचरा इकट्ठा करेंगी और उसे निर्धारित स्थान पर सुरक्षित ढंग से संग्रहित करेंगी। इससे जहां एक ओर गांव में सफाई बनी रहेगी, वहीं दूसरी ओर महिला समूहों को आय का एक स्थायी स्रोत भी प्राप्त होगा। यह निर्णय ग्राम की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक सराहनीय प्रयास के रूप में देखा जा रहा है। इसके साथ ही पंचायत द्वारा निर्मित सामुदायिक शौचालय परिसर में स्थित दुकान को भी संचालन हेतु महिला समूह को सौंपा गया है। यह कदम महिलाओं को रोजगार मुहैया कराने के साथ-साथ स्वच्छता अभियान को स्थायित्व प्रदान करेगा। अब यह समूह दुकान के माध्यम से स्वच्छता से जुड़ी सामग्री की बिक्री करेगा तथा परिसर की देखरेख एवं स्वच्छता सुनिश्चित करेगा। ग्राम पंचायत भलौर की यह पहल न केवल स्वच्छ भारत मिशन के उद्देश्यों को साकार करने की दिशा में एक प्रेरणादायी उदाहरण है, बल्कि यह ग्रामीण क्षेत्रों में समुदाय आधारित विकास मॉडल की भी एक प्रभावशाली झलक प्रस्तुत करता है। ग्रामवासियों में इस निर्णय को लेकर उत्साह का वातावरण है और वे आशा जता रहे हैं कि आने वाले दिनों में पंचायत और समूहों की यह संयुक्त भागीदारी गांव को स्वच्छ, सुंदर और आत्मनिर्भर बनाने में मील का पत्थर साबित होगी।
