कोरबा

ठंड मौसम में भी निकल रहें जहरीले सांप,आधी रात बस्ती में मचा हड़कंप,

जितेन्द्र सारथी के टीम ने किया रेस्क्यू।

 

कोरबा/ट्रैक सिटी न्यूज़। माैसम के बदलते ही इन्सानों के साथ ज़मीन में रेंगने वाली मौत को भी खासा असर पड़ने लगा है ठंड से बचने के लिए जिस तरह इन्सानों को गर्मी अच्छा लगता हैं वैसे ही ज़मीन में रेंगने वाली मौत (सांपो) को भी गर्मी की जरूरत पड़ती हैं, साप ठंडे खून वाले जीव है जिनको ज्यादा ठंड होने से उनको परेशानी के साथ उनकी मौत तक हो सकती हैं जिससे बचने के लिए वो गर्मी के तलाश इन्सानी आबादी के घरों की ओर रुख करते हैं या फिर बिलो में जाकार छुप जाते हैं अक्सर साप इस मौसम में शीत निद्रा में चले जाते हैं और बिना शिकार किए कई महीनों तक जीवित रहते हैं पर समय के साथ साथ इन जीवों के जीवन सैली में भी बदलाव आ गया है इस ठंड के मौसम में भी लगातार कोरबा जिले के अलग अलग क्षेत्रों में सापों के निकलने एवम सर्प दंश की घटना सामने आते रहती हैं ऐसा ही कुछ हुआ जंगल क्षेत्र से लगे रजगामार शांति नगर बस्ती में जब लोगों न बेहद खतरनाक और जहरीले सांप को देखा तो लोगों में हड़कंप मच गया आने जानें वालों लोग जहरीले अहिराज साप को देखते ही अपनी अपनी जगह थम गए जिसके बाद बिना देरी करते स्नेक रेस्क्यू टीम अध्यक्ष वन विभाग सदस्य जितेन्द्र सारथी को दिया।

जिसके बाद जितेन्द्र सारथी ने बिना देरी किए अपने टीम के सदस्य विक्की प्रजापति दिया उस समय वो अपने काम से लौटे ही थे और विक्की प्रजापति ने अपनी ज़िम्मेदारी निभाना ज्यादा जरूरी समझा और रेस्क्यू के लिए तत्काल शांति नगर के लिए रवाना हो गए, घटना स्थल पर पहुंचने के बाद उसको बड़ी सावधानी अहिराज साप का रेस्क्यू कर डिब्बे में बंद किया तब जाकार सभी ने राहत भरी सास ली और विक्की प्रजापति का धन्यवाद ज्ञापित किया साथ ही जिले में जिस तरह स्नेक रेस्क्यू टीम कर रहा उसकी प्रशंसा किया, कहीं भी साप के साथ वन्य जीव जन्तु निकलने पर वन विभाग को सूचित करें या फ़िर स्नेक रेस्क्यू टीम को जानकारी देना के लिए हेल्प लाइन नंबर 8817534455 जारी किया गया हैं ताकि समय रहते उन बेजुबान जीवों की जान बचाई जा सकें।

 

स्नेक रेस्क्यू टीम के सदस्य विक्की प्रजापति ने वहा पस मौजूद लोगों को समझाते हुए कहा की कोई भी साप दिखे उसको मारे नहीं साथ ही उसको टीम के पहुंचने तक कोई छेड़खानी न करें, सांपो को मारने पर जेल जाने तक का प्रावधान हैं इसलिए उनको न मारे इन जीवों की जान बचाए और लोगों को भी जागरूक करें।

स्नेक रेस्क्यू टीम के अध्यक्ष जितेन्द्र सारथी ने बताया इस वक्त भी हमें दिन भर में 20 से 30 कॉल जिले के ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में लगातार कॉल अभी भी आ रहें हमारा प्रयाश रहता हैं की की जल्द से जल्द सांपो को सुरक्षित रेस्क्यू कर जंगल में आज़ाद किया जाए साथ ही किसी भी व्यक्ति को सर्प दंश न हो पाए।

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