हनुमान चालीसा का पाठ करने के लिए यहां ना सिर्फ पुरुष बल्कि महिलाएं और बच्चे भी पहुंचे। राम भक्त हनुमान के जयकारे के साथ हनुमान चालीसा पढ़ा गया।
संगीतमय पाठ के दौरान शंखनाद भी किया जाता रहा। हनुमान जी की महा आरती की गई एवं इसके पश्चात भोग प्रसाद का वितरण किया गया। इस मंगलवार को शंखनाद प्रमुख आकर्षण का केंद्र रहा जो प्रदीप ने नवरत्न शंख से नाद किया।
जिस तरह से बजरंग बली ने कहा था कि- “राम काज कीजै बिना मोहि कहां विश्राम..” ठीक उसी तरह हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष सहयोग देने वालों ने विशालता प्रदान करने के लिए हर संभव कोशिश की है। यह प्रयास हर मंगलवार को जारी रहेगा। इस आयोजन से जुड़े सभी लोगों की अपेक्षा है कि मंगलवार को हनुमान चालीसा पाठ के लिए सभी लोग अपने परिवार सहित समय निकालकर पहुंचें। परिजनों और इष्टमित्रों की यह संख्या पुराना बस स्टैंड में बढ़ने लगी है। इस मंगलवार को नगरजनों में दोगुना उत्साह देखने को मिला।
हनुमान चालीसा पाठ में शामिल होने के लिए पहुंच रहे लोगों के द्वारा इस आयोजन की जहां सराहना की जा रही है वहीं आयोजन से जुड़े लोग भी नगरजनों के प्रति अपनी कृतज्ञता व्यक्त करने से नहीं चूक रहे। इस श्रृंखला को आगे बढ़ाने की हर संभव कोशिश आयोजन से जुड़े सभी लोगों के द्वारा की जा रही है। आयोजन में अपने सामर्थ्य और क्षमता के अनुसार हर किसी के द्वारा सहयोग किया जा रहा है। नगर जनों से यह भी अपेक्षा है कि वह भले ही सहयोग ना कर सकें लेकिन हर मंगलवार को शाम 7:30 बजे उपस्थित होकर चालीसा का पाठ जरूर करें।
आयोजन में विश्वनाथ केडिया, पुष्पा सिंह, शिव पासवान, राजू, नवरतन, अशोक यादव, विजय अरोरा, दीपक साहू ,सोनू साहू, जितेन्द्र सिंह राजपूत रामप्रकाश जयसवाल, विजय अग्रवाल, रवि साउंड, रम्मू,बलराम कोडवानी, संतोष साहू,राजेश विश्वकर्मा,डब्बू शर्मा, अप्पू भाऊ, राहुल चौधरी, नूतन सिंह ठाकुर, संतोषी साड़ी,विक्रम अग्रवाल, आनंद रैकवार, पारस जैन, प्रमोद यादव,सत्या जायसवाल सुनील विधवानी(ज्योति लॉज) के अलावा बहुसंख्या लोगों के द्वारा प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष सहयोग किया गया है।