कोरबा – आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय ने अधिकारियों को प्रोत्साहित करते हुए कहा है कि चूॅंकि स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 का आगाज होने जा रहा है तथा जल्द ही अपने कोरबा शहर में सर्वेक्षण का कार्य प्रारंभ होगा, अतः एलर्ट मोड पर रहकर सर्वेक्षण के विभिन्न बिन्दुओं पर पूरी इच्छाशक्ति के साथ कार्य करें। उन्होने कहा कि साफ-सफाई व्यवस्था में और अधिक कसावट लाएं, शहर को साफ-सुथरा रखने व कचरे के बेहतर प्रबंधन की दिशा में कार्य करते हुए इसमें सभी शहरवासियों का सहयोग लें ताकि हमारा कोरबा शहर स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 में प्रदेश व राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानजनक स्थान प्राप्त कर सके।
आयुक्त श्री प्रभाकर पाण्डेय ने आज नगर पालिक निगम केारबा के मुख्य प्रशासनिक भवन साकेत स्थित सभाकक्ष में निगम के अधिकारियों की बैठक लेकर स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 की तैयारियों की समीक्षा की। इस मौके पर अपर आयुक्त खजांची कुम्हार, कार्यपालन अभियंता भूषण उरांव व एन.के.नाथ, स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय तिवारी व सुनील वर्मा सहित स्वच्छता निरीक्षक, पर्यवेक्षक तथा एन.यू.एल.एम. के अधिकारी उपस्थित थे। आयुक्त श्री पाण्डेय ने अधिकारियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 का आगाज होने जा रहा है, इसे एक चुनौती के रूप में ले तथा एलर्ट मोड पर कार्य करें। उन्होने कहा कि स्वच्छ सर्वेक्षण 2021 के दौरान जो कमियाँ रह गई थी, उन्हें दूर करें, सर्वेक्षण के प्रत्येक बिन्दुओं पर पूरी इच्छाशक्ति व कुशलता के साथ कार्य करें, जनप्रतिनिधियों एवं आमनागरिकों का सहयोग लें, स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक करें, सफाई व्यवस्था को और अधिक बेहतर स्वरूप देने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएं। आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय ने कहा कि निगम क्षेत्र में स्थित सार्वजनिक व औद्योगिक प्रतिष्ठानों को भी स्वच्छ सर्वेक्षण के संदर्भ में एलर्ट मोड पर लाएं एवं इस प्रतियोगिता में उनकी भूमिका रेखांकित करते हुए उनकी सक्रिय सहभागिता सुनिश्चित कराएं।
विभिन्न बिन्दुओं पर फोकस रखकर कार्य करें- आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय ने अधिकारियों का मार्गदर्शन करते हुए कहा कि शहर की स्वच्छता व अन्य संबंधित व्यवस्थाओं से जुड़े कार्यो पर विशेष फोकस रखकर टीम भावना के साथ कार्य करें। उन्होने कहा कि नाले-नालियों की सफाई, जल स्त्रोतों की सफाई, सी.एण्ड डी. वेस्ट का उचित प्रबंधन एवं इस हेतु जोनवार वाहनों की व्यवस्था, एस.एल.आर.एम.सेंटरों की चुस्त-दुरूस्त व्यवस्था, व्यवसायिक क्षेत्रों व भीड़भाड़ वाली जगहों पर लिटरबिन्स की स्थापना, होम कम्पोस्टिंग को बढ़ावा, निगम के उद्यानों में कम्पोस्ट पिटों की स्थापना व संचालन, जी.व्ही.पी. प्वांइटों का समापन व वहाँ का सौदंर्यीकरण, नालियों में जाली लगाने, डोर-टू-डोर अपशिष्ट संग्रहण कार्य को और अधिक बेहतर स्वरूप देने, कचरे का स्त्रोत पृथकीकरण, लोगों के घरों में सूखे व गीले कचरे के लिए पृथक-पृथक डस्टबिन की उपलब्धता, होटल रेस्टोरंेट से उत्सर्जित अपशिष्ट का प्रबंधन, उद्यानों, सार्वजनिक स्थानों की स्वच्छता तथा प्रतिबंधित प्लास्टिक के उपयोग को रोकने, सामुदायिक व सार्वजनिक शौचालयों की स्वच्छता, एस.एल.आर.एम.सेंटरों में सी.सी.टी.व्ही. की स्थापना, नाईट स्वीपिंग कार्य में कसावट एवं कचरे का तुरंत उठाव सहित अन्य विभिन्न बिन्दुओं पर कार्य किए जाएं।
दुकानों, प्रतिष्ठानों में अनिवार्य रूप से डस्टबिन- आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय ने अधिकारियों से कहा कि व्यवसायिक क्षेत्रों की सभी दुकानों, प्रतिष्ठानों, ठेलों, चाय-पान की दुकानों आदि में सूखे व गीले कचरे के लिए पृथक-पृथक डस्टबिन रखवाया जाना सुनिश्चित करें, नियमित रूप से निरीक्षण करें तथा जिन दुकानों में पृथक-पृथक डस्टबिन की उपलब्धता न हो, उन पर अर्थदण्ड लगाएं। इसी प्रकार प्रतिबंधित प्लास्टिक कैरीबैग, डिस्पोजल का उपयोग करते पाए जाने पर कार्यवाही करें, प्लास्टिक को जप्त करें तथा अर्थदण्ड आरोपित करें।
स्त्रोत पृथकीकरण पर विशेष फोकस- आयुक्त श्री पाण्डेय ने डोर-टू-डोर अपशिष्ट संग्रहण कार्य में और अधिक कसावट लाते हुए कचरे के स्त्रोत पृथकीकरण पर विशेष फोकस रखने के निर्देश अधिकारियों को देते हुए कहा कि घरों में कचरा संग्रहण के दौरान गीला एवं सूखा कचरा अलग-अलग मांगे तथा इस हेतु उनसे लगातार व बार-बार आग्रह करें, साथ ही स्वच्छता दीदियॉं स्थल पर ही गृह स्वामियों के सामने कचरे का पृथकीकरण करें ताकि उन्हें इसकी प्रेरणा मिल सके। कचरे के स्त्रोत पृथकीकरण हेतु आमलोगों को जागरूक करने के लिए एन.यू.एल.एम. की टीमों को सहयोग करने के निर्देश भी आयुक्त श्री पाण्डेय ने दिए।