20 अक्टूबर वर्ल्ड ऑस्टियोपोरोसिस डे (विश्व अस्थिसुषिरता दिवस) पर संजय मेडिकल हॉल बिल्हा, जिला बिलासपुर में सभी प्रकार के अस्थिगत वात रोगों हेतु आयोजित विशेष आयुर्वेद-योग चिकित्सा परामर्श एवं उपचार शिविर में 36 मरीज हुये लाभान्वित। शिविर में विशेष रूप से अपनी चिकित्सकीय सेवायें प्रदान करने वाले छत्तीसगढ़ के सुप्रसिद्ध अनुभवी आयुर्वेद चिकित्सा विशेषज्ञ वैद्य डॉ.नागेंद्र नारायण शर्मा ने बताया की हड्डियों का कमजोर होकर अस्थि घनत्व का कम होना ही आस्टीयोपोरोसिस कहलाता है।जिसकी वज़ह से हड्डियां आसानी से बहुत ही हल्के सामान्य आघात लगने से ही टूट जाती है। विटामिन डी एवं कैल्शियम की कमी को हड्डियों की कमज़ोरी का मुख्य कारण बताते हुये उन्होंने कहा की इन सबका मुख्य कारण हमारी खराब जीवनशैली एवं जंक फूड का सेवन है। जोकी आस्टीयोपोरोसिस (अस्थि सुषिरता) की भी मुख्य वज़ह है। साथ ही इससे बचाव एवं उपचार हेतु तथा हड्डियों की मजबूती के लिये अपनी जीवनशैली में सुधार करने के साथ अपने भोजन में कैल्शियम युक्त पोषक भोज्य पदार्थों को शामिल करने को कहा तथा विटामिन डी के लिये तेल की मालिश के साथ साथ प्रतिदिन कम से कम 15 से 20 मिनट धूप में बैठने की सलाह देते हुये किसी भी प्रकार के नशे से दूर रहने को कहा। शिविर में हैंड ग्रिप स्ट्रेंथ चेकअप मशीन द्वारा रोगियों के कैल्शियम के स्तर की निशुल्क जांच कर उससे संबंधित औषधि भी निशुल्क प्रदान की गई तथा समस्त प्रकार के अस्थिगत वातरोगों के लिये विशेष उपयोगी योग एवं प्राणायाम का व्यक्तिगत रूप से प्रायोगिक प्रशिक्षण भी दिया गया। शिविर में डॉ. नागेन्द्र नारायण शर्मा, तथा संजय मेडिकल हॉल बिल्हा के संचालक गगन शर्मा के अलावा नेत्रनंदन साहू, अश्विनी बुनकर, मोनिका ध्रुव,भोलाराम साहू, बाला, संजू निर्मलकर, लोमेश कौशिक, पवन वर्मा, एवं नेहा महिलांगे ने विशेष रूप से उपस्थित होकर अपना महवपूर्ण योगदान दिया।