आलेख

डेंगू , मलेरिया, पीलिया व संक्रामक रोगों से बचाव हेतु निगम कर रहा लगातार कार्यवाही

वार्ड, बस्तियों में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव करने के साथ ही घरों में रखे कूलर व पानी टंकियों की नियमित सफाई तथा रूके हुए पानी निकासी के प्रति कर रहा लोगों को जागरूक,पानी का हो रहा क्लोरिन टेस्ट

कोरबा। डेंगू, मलेरिया, पीलिया व अन्य संक्रामक रोगों से बचाव हेतु महापौर राजकिशोर प्रसाद एवं आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय के निर्देश पर नगर पालिक निगम कोरबा द्वारा लगातार वार्ड एवं बस्तियों में कार्यवाही की जा रही है। एक ओर जहां कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है, वहीं दूसरी ओर घरों में स्थित कूलर व छत में जमा पानी की निकासी तथा खुली पानी टंकियों व घर के आसपास पानी जमा न होने देने के प्रति लोगों को जागरूक किया जा रहा है ताकि मच्छरों के पैदा होने व उनको बढ़ने से रोका जा सके, वहीं पानी की शुद्धता की जांच हेतु प्रतिदिन क्लोरिन टेस्ट भी किया जा रहा है।
यहां उल्लेखनीय है कि वर्षा ऋतु एवं उसके तत्काल बाद के समय में प्रायः डेंगू, मलेरिया, पीलिया व अन्य संक्रामक बीमारियों के उत्पन्न होने व फैलने की संभावनाएं बन जाती हैं, किन्तु यदि इस दिशा में सभी लोग जागरूक रहें एवं एहतियात बरतें तो इन रोगों के पैदा होने व फैलने से बचा जा सकता है। महापौर राजकिशोर प्रसाद एवं आयुक्त प्रभाकर पाण्डेय ने निगम के स्वच्छता विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे निगम के वार्ड, बस्तियों, आवासीय व व्यवसायिक क्षेत्रों सहित अन्य आवश्यकतानुसार स्थानों में लगातार कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कराएं, रूके हुए स्थिर पानी की निकासी कराएं, नालियों की नियमित सफाई सुनिश्चित करें तथा लोगों को लगातार जागरूक व प्रेरित करें कि वे घर में रखे कूलरों, छत तथा घर के आसपास पानी का जमाव न होने दें। उन्होने निर्देशित किया है कि एक अभियान के रूप में लोगों के घरों में रखे कूलरों से पानी की निकासी भी अपनी देखरेख में कराएं ताकि मच्छरों को पैदा होने से रोका जा सके।
कीटनाशक दवाओं का छिड़काव व स्थिर पानी की निकासी – नगर पालिक निगम कोरबा के स्वच्छता विभाग के अमले द्वारा वार्ड, बस्तियों व आवासीय क्षेत्रों में लगातार कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है, इसके साथ ही नालियों, जल स्त्रोतों के किनारे, रूके हुए पानी वाले स्थलों आदि में भी दवाओं का छिड़काव हो रहा है। इसी प्रकार निगम अमला आवासीय क्षेत्रों में पहुंचकर लोगों के घरों में रखे हुए कूलर से पानी की निकासी स्वयं की देखरेख में करा रहा है। निगम के स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय तिवारी ने बताया कि कूलरों से पानी निकलवाने के साथ-साथ लोगों को इस हेतु जागरूक किया जा रहा है तथा उन्हें समझाईश दी जा रही है कि वे कूलर का पानी प्रतिदिन बदले तथा घर मंे रखी अपशिष्ट सामग्रियों में एवं आसपास पानी का जमाव न होने दें।
डेगू रोग के लक्षण – डेगू बीमारी एडिज नामक मच्छर के काटने से होती है, एडिज मच्छर दिन के समय काटता है, डेगू रोग के प्रमुख लक्षण हैं अचानक तेज सिर दर्द व तेज बुखार, मांसपेशियों तथा जोड़ों में दर्द, आंखों के पीछे दर्द होना जो कि आंखों के घुमाने से बढ़ता है, जी मिचलाना व उल्टी होना, गंभीर मामलों में नाक मुंह मसूड़ों से खून आना तथा त्वचा पर चकत्ते उभरना आदि प्रमुख लक्षण है।
बचाव के उपाय- एडिज मच्छर स्थित साफ पानी में पनपते हैं, अतः कुलर, पानी की टंकी, पक्षियों के पीने के पानी का बर्तन, फ्रीज की ट्रे, फुलदान, खाली टायर, खुले हुए ओव्हरहेड टैंक, छतों में रूका बरसाती पानी नियमित रूप से खाली किया जाए तथा उन्हें धूप में सुखाने के बाद उपयोग में लाया जाए। जिन बर्तनों में पीने का पानी रखा रहता है, उन्हें ढक कर रखें, घरों के दरवाजे व खिड़कियों में जाली पर्दे लगाए तथा सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें, घर में मच्छरनाशक दवाओं का छिड़काव कराएं।
प्रतिदिन हो रहा पानी का क्लोरिन टेस्ट- निगम द्वारा पीलिया रोग की संभावनाओं को खत्म करने हेतु प्रतिदिन पानी का क्लोरिन टेस्ट भी कराया जा रहा है, इसके तहत निगम द्वारा पाईप लाईन के माध्यम से की जाने वाली जलापूर्ति व्यवस्था में शहर, वार्ड व बस्तियों के विभिन्न प्वांइटों पर पानी का क्लोरिन टेस्ट कर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि शुद्ध पेयजल की आपूर्ति घरों में हों।
महापौर व आयुक्त ने की आमजन से अपील-महापौर राजकिशोर प्रसाद एवं आयुक्त  प्रभाकर पाण्डेय ने आमनागरिकों से अपील करते हुए कहा है कि डेंगू, मलेरिया, पीलिया व अन्य संक्रामक रोगों से बचाव हेतु सावधानी बरतें। घर में रखे कूलर, छत व घर के आसपास पानी जमा न होने दें, प्रतिदिन कूलर का पानी बदलें, यदि कूलर उपयोग में नहीं लाया जा रहा तो उसका पानी निकालकर एवं सुखाकर कूलर को घर के अंदर रख दें, घर के बर्तनों, फूलदान व अन्य सामग्रियों व जगहों पर पानी जमा न हों, इस हेतु सजग रहें, अपने घर व आसपास की स्वच्छता बनाए रखें।

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