कोरबा/ ट्रैक सिटी न्यूज़। कोरबा जिले में म्यूनिसिपल कार्पोरेशन ने अपनी वित्तीय स्थिति मजबूत करने के लिए कई उपाय अपनाने पर जोर दिया है। विभिन्न क्षेत्रों में अपनी संपत्ति किराये पर देने वाले निगम ने उन किरायेदारों से अब तक सवा दो करोड़ रुपए की वसूली की है जो किराया देने के मामले में ठंडा रूख अपनाए हुए थे। निगम को लगभग इतनी ही राशि और वसूल करना है। इसके लिए उनका अभियान सतत जारी रहेगा। 67 वार्डों में नगर निगम कोरबा का विस्तार है। सात जोन के अंतर्गत बीते वर्षों में निगम के द्वारा अलग-अलग आकार की दुकानें बनाई गई है। कई योजनाओं के माध्यम से इनका काम किया गया है। श्रेणीवार आवंटन के साथ निगम इस प्रकार के व्यवसायिक प्रयोजन वाली दुकानों से अच्छा राजस्व अर्जित कर रहा है।
बताया गया कि संपदा का उपयोग करने के साथ्ज्ञ अनेक मामलों में संबंधित लोग समय पर किराया अदा करने को लेकर जागरूक नहीं हैं इसलिए अरसे बाद बकायेदारों की लिस्ट काफी लंबी हो चली है। लंबे समय से कर की अदायगी नहीं करने वाले प्रतिष्ठान संचालकों के खिलाफ निगम ने सख्त कार्रवाई करने का दौर भी शुरु कर दिया है। तालाबंदी कर उनसे बकाया रकम की वसूली की जा रही है। नगर निगम के अधिकारियों ने बताया, कि उन्हें करीब साढ़े चार करोड़ की भारी-भरकम राशि वसूलनी है जिसके लिए 56 दुकानों की तालाबंदी कर दो करोड़ 25 लाख रुपए वसूल लिए गए है। बाकी के लगभग ढाई करोड़ की वसूली के लिए अभियान जारी है। अधिकारियों ने यह भी कहा, कि जो दुकानदार पिछले लंबे समय से किराए की आदयगी नहीं किए हैं उनके दुकानों की लीज निरस्तरी करण की कार्रवाई भी की जाएगी। निगम अधिकारियों ने स्पष्ट रुप सख्त लहजे से कह दिया है, कि जो दुकानदार बकाए राशि का भुगतान नहीं करते तो उन्हें किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा जाएगा और हर हाल में किराए के राशि की वसूली की जाएगी।