*श्रमवीरों से संवाद कर पर्यावरण संरक्षण पर दिया विशेष बल*
कोरबा (ट्रैक सिटी)/ भारत सरकार के माननीय केंद्रीय कोयला एवं खान राज्यमंत्री सतीश चंद्र दुबे आज कोरबा जिले के एक दिवसीय दौरे पर रहे। अपने प्रवास के दौरान उन्होंने एशिया की सबसे बड़ी कही जाने वाली कोयला खदान का व्यू पॉइंट से निरीक्षण किया और एसईसीएल के अधिकारियों, कर्मचारियों तथा श्रमवीरों को संबोधित किया।
श्री दुबे ने अपने संबोधन में कहा कि यह वही खदान है, जिसने देश को अंधेरे से उजाले की ओर अग्रसर किया। उन्होंने कहा, “पहले बिजली देखने को लोग तरसते थे, आज काम करने वाली सरकार ने 22-23 घंटे बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित की है। यह कोयला खदानें ऊर्जा के साथ-साथ विकास की किरण भी लेकर आई हैं।”
उन्होंने बताया कि एसईसीएल द्वारा सामाजिक उत्तरदायित्व के अंतर्गत गरीब बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर विशेष कार्य किया जा रहा है। “एक पेड़ मां के नाम” अभियान की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है कि जितने पेड़ हमने काटे हैं, उससे अधिक पौधे लगाए जाएं।
राज्य मंत्री दुबे ने कहा कि कोल खदानों के साथ-साथ अब दुर्लभ खनिजों की खोज में भी सफलता मिलने पर भारत वैश्विक स्तर पर और मजबूती से उभरेगा। उन्होंने अधिकारियों और संविदा कर्मचारियों की संयुक्त भूमिका की सराहना की और कहा कि राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराया गया अनुकूल वातावरण इस दिशा में सहयोगी सिद्ध हो रहा है।
उन्होंने सभी से आह्वान किया कि 2047 तक भारत को एक विकसित और आत्मनिर्भर राष्ट्र बनाने के लक्ष्य में हम सभी को साथ मिलकर कार्य करना होगा। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि देश में हर वर्ग तक विकास की रोशनी पहुंच रही है।
कार्यक्रम के दौरान मंत्री दुबे ने खदान क्षेत्र की मेस में श्रमवीरों से भेंट कर उनके भोजन, भुगतान, चिकित्सीय सुविधाओं आदि की जानकारी ली और उनकी समस्याओं पर चर्चा की। साथ ही उन्होंने श्रमिकों के उत्साहवर्धन हेतु क्रिकेट एवं वॉलीबॉल खेलों में भी भाग लिया।
इस अवसर पर पूर्व सांसद प्रतीक गांधी, कटघोरा विधायक प्रेमचंद, एसईसीएल के अधिकारी-कर्मचारी, एवं बड़ी संख्या में श्रमवीर उपस्थित रहे।