कोरबा, 15 मार्च (ट्रैक सिटी न्यूज़) कोरबा जिले के करतला वनपरिक्षेत्रांतर्गत कई ग्रामों में किसानों द्वारा मिलेट्स (कोदो, कुटकी व रागी) की खेती की जा रही है। ग्राम नवापारा में किसानों ने बड़े क्षेत्रफल में मिलेट्स की फसल लगाई है। लेकिन हाथियों के उत्पात से उक्त फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है। सरकार द्वारा कोदो, कुटकी व रागी की खेती को बढ़ावा देने कई योजनाएं चलाकर किसानों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। वहीं सरकार की योजनाओं पर क्षेत्र में हाथियों द्वारा पानी फेरे जाने से किसान हताश हो रहे हैं।
पिछले एक सप्ताह से कोरबा वनमंडल अंतर्गत करतला वन परिक्षेत्र अंतर्गत 10 हाथियों के समूह द्वारा ग्राम पीडिया, बोतली, नवापारा में कई किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचाया गया हैं। ग्राम नवापारा में किसान साधराम राठिया ने बताया कि उन्होंने ढाई एकड़ क्षेत्र में मिलेट की खेती की है। यहां लगभग एक एकड़ में लगे कोदो, कुटकी व रागी की फसलों को रौंदकर नुकसान पहुंचाया है।
रामदयाल राठिया के डेढ़ एकड़ में लगे धान व आलू की फसल को नुकसान पहुंचाया है। देवप्रसाद राठिया के धान व उड़द की आधा एकड़ फसल को क्षति पहुंचाया है। वन विभाग द्वारा मौके का निरीक्षण कर किसानों की फसल मुवावजा हेतु औपचारिकता पूर्ण की गईं है। ग्राम नवापारा में लगभग दो सौ एकड़ में मूंगफली की खेती व लगभग ढाई सौ एकड़ में धान की रबी फसल किसानों द्वारा लगाई गई है। कुछ किसानों द्वारा इस वर्ष मिलेट की फसल 7 एकड़ में शुरुआत की गई है। ब्लैक राइस, काजू व आम उत्पादन के लिए इस क्षेत्र की जिले में विशेष पहचान है।
हाथियों ने फिर बढ़ाई ग्रामीणों की चिंता
ग्राम बोतली, पीडिया, नवापारा सहित आसपास के ग्राम पूर्व से ही हाथी प्रभावित क्षेत्र रहा है। लंबे समय तक हाथियों के मौजूदगी क्षेत्र के जंगलों में नहीं होने से ग्रामीण सुकुन से अपना जीवन-यापन कर रहे थे लेकिन एक सप्ताह पूर्व 10 हाथियों की चिंघाड़ ने क्षेत्र के ग्रामीणों की चिंता फिर से बढ़ा दी है।