जांजगीर-चांपा। सुराजी गांव योजना के तहत बनाई गई गौठानों में गोवर्धन पूजा के दिन गायों की पूजा अर्चना की गई। गायों को घरों में बनाए गए पकवान खिलाकर गोठान दिवस के रूप में मनाते हुए भगवान श्री कृष्ण से गांव की खुशहाली की प्रार्थना की गई। गोवर्धन पूजा के मौके पर परंपरागत तरीके गायों को सजाया गया और सभी पशुओं के लिए स्वास्थ्य शिविर लगाते हुए टीकाकरण किया गया।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. फरिहा आलम सिद्दीकी ने बताया कि कलेक्टर तारन प्रकाश सिन्हा के निर्देशन में गोवर्धन पूजा के दिन गोठान दिवस के रूप में मनाया गया।
गांव गांव में धूमधाम से मनाया गौठान दिवस
जिले की गोठानों में गोवर्धन पूजा के साथ गोठान दिवस मनाया गया।जनपद पंचायत बम्हनीडीह के ग्राम सरवानी में गौठान प्रबंधन समिति के अध्यक्ष हेमंत साहू , सरपंच श्रीमती उमेश्वरी सूर्यवंशी, राजेंद्र सूर्यवंशी, उप सरपंच श्रीमती संतोष साहू, कल्याणी महिला स्व सहायता समूह के सदस्य, राजीव युवा मितान के अध्यक्क्ष भानुनाथ साहू, उपाध्यक्ष श्री लुधन कश्यप एवम् सदस्यगण, पंचगण मनराखन सूर्यवंशी, श्रीमती लक्ष्मीन कर्ष, गजेंद्र साहू, खिखराम कर्ष, घनश्याम खरसन, लेखराम सूर्यवंशी, ग्राम के प्रमुख किसान साधराम साहू, दौलत दास, चरवाहा काशीराम, बलिराम, समन्वयक शिकायत निवारण जिला पंचायत जांजगीर चांपा ओमप्रकाश देवांगन, एआरईओ, ग्राम रोजगार सहायक, ग्राम कोटवार नरोत्तम दास महंत तथा अन्य ग्रामवासियो की उपस्थिति में गोठान दिवस मनाया गया। इस दौरान पशुपालकों ने 2.2 क्विंटल गोबर बेचा। इसी प्रकार बलौदा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत जर्वे-च, महुदा च, औराईकला, पोंच, देवरी, परसदा, नवागांव, पिसौद,जैजैपुर जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत करुवाडीह, अकलतरा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत कटघरी, खोंड, कटनई, तिलई, किरारी, लटिया, अमोरा, सांकर, कल्याणपुर, खिसोरा, बरपाली, हरदी, पकरिया झूलन, परसाहीनाला, बिरकोनी, बाना, बम्हनीन, अमरताल, अर्जुनी, तरोद, झलमला, खटोला, सोनसरी, डभरा जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत नवापारा ड, कटौद, चुरतेला, हरदी, दर्री, अकोलजामोरा, फरसवानी, बिलाईगढ़, कुसुमझर के अलावा जिले की अन्य गोठान में ग्रामीणों, किसानों, पशुपालकों ने विधि विधान से पूजा अर्चना करते हुए गोठान दिवस मनाया। इस दौरान नवीन एवं स्वीकृत गोठान का भूमिपूजन, गाोठान में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें ग्रामीणों एवं चरवाहों के अलावा गोठान प्रबंधन समिति सदस्यो से पशु स्वास्थ्य रक्षा, पशु नस्ल सुधार, हरा चारा उत्पादन, वर्मी कम्पोस्ट उत्पादन एवं गोठानों को स्वावलंबी बनाये जाने के संबंध में चर्चा की गई। इसके अलावा गोठान में शिविर आयोजित करते हुए पशुओं को कृमिनाशन दवापान तथा डी-टीकिंग कराई गई।