कोरबा/ भारत की सबसे बड़ी एकीकृत विद्युत उत्पादन कंपनी एनटीपीसी ने वित्तीय वर्ष 22 में शानदार प्रदर्शन किया है और पिछले साल की तुलना मं 14.6 फीसदी वृद्धि दर्ज करते हुए अपने ग्रुप का अब तक का अधिकतम 360 बीयू दर्ज किया है।
इस अवधि के दौरान एनटीपीसी ग्रुप ने एक ही दिन में अधिकतम 1215.68 एमयू (ग्रुप) और 1013.45 एमयू (एनटीपीसी) का अधिकतम उत्पादन दर्ज किया। कोयला आधारित प्लांट्स ने 88.8 फीसदी के उपलब्धता कारक के साथ 70.7 फीसदी का पीएलएफ का दर्ज किया। स्टैण्डअलोन आधार पर, एनटीपीसी ने वित्तीय वर्ष में 299 बीयू का उत्पादन किया, इस दृष्टि से कंपनी ने पिछले साल की तुलना में 10.4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की है।
वित्तीय वर्ष 22 में एनटीपीसी ग्रुप की कुल इन्सटाॅल्ड क्षमता 4.7 फीसदी बढ़कर 3130 मेगावाॅट अतिरिक्त क्षमता के साथ 68940 मेगावाॅट तक पहुंच गई है। स्टैण्डअलोन आधार पर एनटीपीसी की क्षमता 4.1 फीसदी बढ़कर 54575 मेगावाॅट तक पहुंच गई है।
छत्तीसगढ़ में एनटीपीसी कोरबा और उत्तर प्रदेश में एनटीपीसी सिंगरौली, जिन्होंने पिछले वित्तीय वर्ष में उल्लेखनीय उपलब्धि दर्ज की है। कोरबा युनिट-3 और सिंगरौली युनिट-4, दोनों की शुरूआत 38 साल पहले हुई ने क्रमशः 101 फीसदी और 99 फीसदी सालाना पीएलएफ (प्लांट लोड फैक्टर) दर्ज किया है। यह उत्कृष्ट प्रदर्शन न सिर्फ एनटीपीसी के इंजीनियरों की प्रतिभा और विशेषज्ञता को दर्शाता है बल्कि इसके संचालन एवं रखरखाव तथा तकनीकी प्रणालियों में आधुनिक प्रथाओं की भी पुष्टि करता है।
कंपनी अपने नव्यकरणीय पोर्टफोलियो को लगातार बढ़ा रही है और इसे गुजरात में कच्छ के रण में सबसे बड़े 4750 मेगावाॅट नव्यकरणीय ऊर्जा पार्क की स्थापना के लिए नवीन एवं नव्यकरणीय ऊर्जा मंत्रालय से अनुमोदन मिल गया है। उम्मीद है कि एनटीपीसी राजस्थान में 10,000 मेगावाट क्षमता की स्थापना करेगी, जसके लिए आश्य पत्र जारी कर दिया गया है। एनटीपीसी ने 2032 तक 60 गीगावाट नव्यकरणीय ऊर्जा क्षमता इन्सटाल करने के नए लक्ष्य हासिल करना है।
इस साल एनटीपीसी ने हरित हाइड्रोजन, अपशिष्ट से ऊर्जा एवं ई-मोबिलिटी जैसे नए कारोबार क्षेत्रों में भी अपना विस्तार किया। भारत के सबसे बड़े विद्युत उत्पादक ने 2032 तक शुद्ध ऊर्जा घनत्व में 10 फीसदी कमी लाने का लक्ष्य भी रखा है। एनटीपीसी ने ऊर्जा पर संयुक्त राष्ट्र की उच्च स्तरीय वार्ता के तहत अपने ऊर्जा काम्पैक्ट लक्ष्यों की घोषणा भी की है। एनटीपीसी ऊर्जा काम्पैक्ट लक्ष्यों की घोषणा करने वाले दुनिया के कुछ ही संगठनों में से एक है।
विद्युत उत्पादन के अलावा एनटीपीसी ने स्वच्छ एवं हरित ऊर्जा स्रोतों जैसे हाइड्रो एवं सौर ऊर्जा के उत्पादन में भी विविधीकरण किया है और हरित हाइडोजन समाधान ला रही है। विद्युत जगत की इस दिग्गज ने ईंधन सैल, ई-परिवहन एवं अपशिष्ट से ऊर्जा सहित कई विविध कारोबार क्षेत्रों में भी प्रवेश किया है।
इस अद्भुत उपलब्धि पर एनटीपीसी कोरबा के कार्यकारी निदेशक श्री बिस्वरूप बसु ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कर्मचारियों बधाई दी एवं भविष्य में भी इसी तरह उच्चतम योगदान देने के लिए उत्साहित एवं प्रेरित किया।