Korba

मेडिकल कॉलेज अस्पताल में लगा वार्ड बाय पर मरीज से मारपीट करने का आरोप।

कोरबा (ट्रैक सिटी)/ मेडिकल कॉलेज अस्पताल में स्वास्थ्य कर्मियों का अमानवीय चेहरा एक बार फिर सामने आया है। यहां वार्ड ब्वाय ने पहले से गंभीर मरीज को सिर्फ इसलिए घूंसा जड़ दिया कि वह डीप लगाते समय ज्यादा हड़बड़ा रहा था। वार्ड ब्वाय की करतूत सुरक्षा कर्मी व मरीज की पत्नी दरवाजे के बाहर खड़ी होकर देख रही थी। उसने अनहोनी की आशंका पर अपने पति को तत्काल अन्यत्र रेफर करा लिया है।

दरअसल ग्राम पंतोरा निवासी उषा चौहान कामथेन कंपनी में सुरक्षा कर्मी के पद पर कार्यरत है। उसकी तैनाती रात्रि पाली में मेडिकल कॉलेज अस्पताल के आईसीयू वार्ड के बाहर थी, जहां उसके पति घनश्याम चौहान को बीमार होने पर मंगलवार की रात दाखिल किया गया था। सुरक्षा कर्मी उषा का कहना है कि रात में इलाज के बाद उसके पति की सेहत में सुधार आ गया था। बुधवार की तड़के करीब 4:30 बजे एक वार्ड ब्वॉय डीप लगाने पहुंचा। उसके कहने पर उषा अपने पति का हाथ पकड़ी हुई थी। उसकी आंखों के सामने पहले तो वार्ड ब्वॉय ने छटपटाने पर मरीज की छाती पर मार दिया। इसके बावजूद छटपटाना बंद नहीं होने पर उसे वार्ड ब्वाय ने बाहर भेज दिया। उसके निकलते ही वार्ड बॉय ने पुनः डीप चढ़ाने का प्रयास किया। इस दौरान छटपटाने पर वार्ड ब्वॉय ने मरीज के चेहरे में घूंसा जड़ दिया। जिससे उसके मुंह से खून की उल्टी शुरू हो गई। यह सब कुछ वार्ड के बाहर खड़ी सुरक्षाकर्मी उषा दरवाजे से झांक कर देख रही थी। वार्ड ब्वॉय के करतूत देख उसके होश उड़ गए। वह भीतर जाकर देखी तो उसके पति की हालत बिगड़ चुकी थी। उसने अपने परिजनों से रायशुमारी कर तत्काल मरीज को अस्पताल से रेफर करा लिया । उसे निजी एंबुलेंस से सुनालिया चौक के समीप स्थित निजी अस्पताल लाया गया, जहां से प्राथमिक उपचार पश्चात मरीज को हायर सेंटर रेफर किया गया है। मरीज की पत्नी उषा का कहना है कि वह अपने पति का किसी तरह इलाज करा रही है ,मामले में उसने न्याय की मांग की है।

*अधीक्षक ने दिए 48 घंटे के भीतर जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश*

मामला संज्ञान में आते ही मेडिकल कालेज के अधीक्षक डॉ. गोपाल सिंह कंवर का कहना है कि मरीज अलकोहलीक था। जिसे कई लोग पकड़ कर डीप लगा रहे थे। उसकी पत्नी ने वार्ड ब्वॉय पर आरोप लगाई है। यदि मारपीट की गई तो गलत है। टीम गठित कर दी गई है। टीम को विभिन्न बिंदुओं पर जांच कर 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है। बहरहाल वार्ड ब्वॉय जांच पूरी होते तक हटा दिया गया है।

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