रायपुर

महुआ कुकीज, महुआ स्केवैश, हर्बल सोप से लेकर बड़ी, पापड़, मसाले और हस्तशिल्प तक मिलेंगे सी-मार्ट में

रायपुर का पहला ”सी-मार्ट स्टोर“ सुभाष स्टेडियम कॉम्पलेक्स में शुरू

महापौर एजाज ढेबर ने किया शुभारंभ, पहला ग्राहक बन खरीदे 50 हजार रूपये के सामान

रायपुर/राजधानी रायपुर में आज नेता जी सुभाष स्टेडियम कॉम्पलेक्स में जिले का पहला सी-मार्ट स्टोर शुरू हो गया। महुए से बनी कुकीज, महुए के स्केवैश, बेल का शरबत, आयुर्वेदिक जड़ी-बुटियो से लेकर हर्बल साबून, बड़ी, पापड़ मसाले और छत्तीसगढ़ी हस्तशिल्प उत्पाद इस सी-मार्ट में लोंगो को बाजिव दामों पर मिलेंगे। आज नगर निगम के महापौर श्री एजाज ढेबर और सभापति श्री प्रमोद दुबे ने जिले के पहले सी-मार्ट स्टोर का शुभारंभ किया। इसके साथ ही पहले ग्राहक के रूप में दोनों ने महिला स्व सहायता समूहों द्वारा बनाए गए लगभग 50 हजार रूपये के आकर्षक हस्तशिल्प, हर्बल साबून और स्थानीय खाद्य सामग्री भी खरीदी। इस अवसर पर जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं रायपुर स्मार्ट सिटी के एम.डी. मयंक चतुर्वेदी सहित स्व-सहायता समूह की महिलाएं भी मौजूद रही। किसी आधुनिक सुपर मार्केट की तर्ज पर इस सी- मार्ट स्टोर का संचालन भी पुरी तरह से स्व सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा ही किया जा रहा है।


मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में सुराजी गांव योजना के तहत ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित गौठानों में महिला स्व-सहायता समूहों को उनके हाथों से बनाए गए उत्पादों के लिए संगठित बाजार उपलब्ध कराने पुरे प्रदेश में सी-मार्ट स्टोर्स शुरू किए जा रहे है। महापौर श्री ढेबर ने महिला समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की सराहना की और आर्थिक रूप से महिला समूहों को सक्षम बनाने में सी-मार्ट स्टोर को अत्यधिक उपयोगी बताया। इस दौरान उन्होनें महिलाओं से चर्चा कर उत्पादों के निर्माण व इससे हो रही आमदनी से उनके जीवन में आ रहे बदलाव की भी विस्तार से जानकारी ली। महापौर श्री ढेबर एवं सभापति श्री दुबे ने सी-मार्ट स्टोर में महिला समूहों द्वारा निर्मित लगभग 50 हजार रूपये के उत्पाद भी क्रय किए। स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने विश्वास व्यक्त किया कि सर्वसुविधायुक्त विक्रय केन्द्र सुलभ होने से उनके उत्पादों के विक्रय में तेजी आएगी और समूह से जुड़ी महिलाओं के आर्थिक स्तर में अब तेजी से बदलाव आएगा। सी-मार्ट स्टोर में महिला स्व-सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों के साथ-साथ महिला एवं बाल विकास विभाग, माटी कला, हथकरघा, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड, वन-धन-संजीवनी, बैम्बू आर्ट,, शबरी एम्पोरियम के उत्पादों को भी एक छत के नीचे विक्रय हेतु उपलब्ध कराया गया है।


नेताजी सुभाष स्टेडियम में शुरू हुए जिले के पहले सी-मार्ट स्टोर में महिला समूहों द्वारा बनाए गए विभिन्न प्रकार के हर्बल साबून, आचार, मसाले, मुर्रा, दोना-पत्तल, काजु, विभिन्न प्रकार के शर्बत, देवभोग के डेयरी प्रोडक्ट, कोरिया की हर्बल चाय, लेमन ग्रास चाय, विभिन्न एशेन्शियल ऑइल से लेकर डिशवॉशर, टायलेट-फ्लोर क्लीनर, मशरूम पॉउडर, शहद, तेल-गुड़ भी लोगों के लिए उपलब्ध है। इस सी-मार्ट से हेण्डलूम पर बने गमछे और अन्य आकर्षक सूती कपडे़ भी खरीदे जा सकते है। छत्तीसगढ़ के वनांचलों से इक्कठी की गई अच्छी क्वालिटी की जड़ीबुटियां और चुर्ण भी यहां उपलब्ध है। देसी चना, लाल चॉवल का पौहा, चॉवल का आटा से लेकर बेसन तिखुर और दुसरी स्थानीय खाद्य सामाग्रियां भी सी-मार्ट में मिल रही है। यह बेलमेटल, बांस क्राफ्ट, लोहशिल्प के साथ छत्तीसगढ़ की हस्तशिल्प की आकर्षक कलाकृतियां भी उचित दामों पर उपलब्ध है जिन्हें विभिन्न अवसरों पर स्मृति चिन्हों के रूप में भी उपयोग किया जा सकता है।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था के तेजी से विकास के लिए गांवों में तैयार उत्पादों को शहरों के मार्केट से जोड़ने की नई पहल की है। इसके लिए मुख्यमंत्री श्री बघेल की मंशानुसार राज्य सरकार के विभिन्न विभागों की योजनाओं के तहत महिला स्व सहायता समूहों, शिल्पियों, बुनकरों, दस्तकरों, कुम्भकरों अथवा अन्य पारंपरिक एवं कुटीर उद्योगों द्वारा बनाए गए उत्पादों का मूल्य संवर्धन कर इनकी व्यावसायिक ढंग से मार्केटिंग के लिए शहरों में आधुनिक शोरूम की तरह सी-मार्ट स्टोर स्थापित किए जा रहे हैं। सी-मार्ट की स्थापना से इन सभी वर्गों के स्थानीय ग्रामीण उद्यमियों को सबसे अधिक फायदा होगा। राज्य सरकार की योजना अनुसार इसके लिए प्रथम चरण में सभी जिला मुख्यालयों में नगर निगमों तथा नगर पालिकाओं में आधुनिक शो-रूम की तरह सी-मार्ट की स्थापना की जा रही है।

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