कोरबा। भारतीय जनता पार्टी के भीतर पिछड़ा वर्ग के नेताओं को हाशिए पर डालने की गहरी साजिश का खुलासा हुआ है। नगर पालिका निगम के सभापति चुनाव को लेकर चल रही गहमा-गहमी के बीच एक चौंकाने वाला ऑडियो सामने आया है, जिसमें आमिर और सेठ नुमा कार्यकर्ताओं द्वारा सुनियोजित तरीके से पिछड़ा वर्ग के नेताओं को दरकिनार करने की बात सामने आई है।
सूत्रों के अनुसार, इस ऑडियो में कुछ वरिष्ठ नेता पार्टी के ही ओबीसी वर्ग के प्रभावशाली कार्यकर्ताओं को कमजोर करने की रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं। इससे यह स्पष्ट हो गया है कि किस तरह अंदरूनी स्तर पर एक वर्ग विशेष को सत्ता के केंद्र से दूर रखने की राजनीति की जा रही है।
भाजपा की इस अंदरूनी राजनीति ने पार्टी के समर्पित कार्यकर्ताओं में भारी नाराजगी पैदा कर दी है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि पार्टी नेतृत्व इस मामले में क्या रुख अपनाता है और क्या सच में पिछड़ा वर्ग के नेताओं को उनका हक मिलेगा या नहीं?
(इस वायरल ऑडियो की पुष्टि ट्रैक सिटी समाचार नहीं करता)
सभापति नूतन ने कहा ऐसे षड्यंत्रकारियों के खिलाफ चुनाव लड़ने पर मुझे बागी कहा गया, BJP के असली गद्दार तो ये हैं
इस मामले में नगर पालिक निगम कोरबा सभापति नूतन सिंह ठाकुर ने कहा कि एक मध्यमवर्गीय परिवार के अधिवक्ता के सभापति बन जाने से पूंजीवादी वर्ग इतना बैचेन है कि मुझे हटाने साजिश रची जा रही है। कोरबा में छत्तीसगढ़िया नेतृत्व को समाप्त करने का षड्यंत्र रचा जा रहा है। ऐसे षड्यंत्रकारियों के खिलाफ चुनाव लड़ने पर मुझे भाजपा का बागी कहा गया, लेकिन ये लोग भाजपा के गद्दार है। कांग्रेस राज में पूंजीपतियों का बोलबाला था अब भाजपा राज में किसी भी तरह सत्ता पाने पूंजीवादी छटपटा रहें हैं। मुझे पूर्ण विश्वास है कि पूंजीवाद के खिलाफ लड़ाई में जनता मेरा साथ देगी। भाजपा नेतृत्व से मांग करता हूं कि ऐसे षड्यंत्रकारियों लोगो को तुरंत भाजपा से निष्कासित करना चाहिए।