कोरबा (कुसमुंडा)/ प्रार्थिया रेहाना परवीन यासिनी निवासी रेस्क्यू कालोनी नेहरूनगर कुसमुण्डा की थाना कुसमुण्डा उपस्थित आकर रिपोर्ट दर्ज करायी कि इसके पड़ोस में रहने वाले सुमन सारथी की लड़की तरूणी सारथी से अच्छी जान पहचान थी जो कभी कभी इनके घर आया जाया करती थी जो प्रार्थिया से बोली मैं तुम्हारे दोनो बच्चों की एसईसीएल या रेल्वे में नौकरी लगवा दूंगी मेरी पहचान बहुत उपर तक है जिस पर प्रार्थिया बोली कि मेरे दोनों बच्चे (लड़की व लड़का) इंजीनियरिंग किये है, यदि उनकी नौकरी लगवा सकती हो तो बताओ तब आरोपिया तरूणी सारथी बोली कि आप मेरे इंडियन बैंक के खाता में रूपये ढांसफर कर दो बाकी में काम करवा दूंगी कहकर बोली तब प्रार्थिया द्वारा किस्त किस्त में कुल 02 लाख रुपये आरोपिया के इंडियन बैंक खाता कमांक 6098298849 में ट्रांसफर की है तथा प्रार्थिया के दामाद को भी आरोपिया द्वारा अपने झांसे में लेकर नौकरी लगाने के नाम पर 01 लाख रूपये की ठगी की है जो रूपये की मांग करने पर अपना फोन बंद कर देती तथा प्रार्थिया को झूठे केस में फंसा देने की धमकी देती थी कि प्रार्थिया की रिपोर्ट पर थाना कुसमुण्डा में आरोपिया तरूणी सारथी के विरुद्ध धारा 420 भादवि का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना कार्यवाही में लिया गया प्रकरण की गंभीरता को देखते हुये पुलिस अधीक्षक कोरबा भोजराम पटेल द्वारा दिये गये निर्देशों के परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अभिषेक वर्मा व नगर पुलिस अधीक्षक सुश्री लितेश सिंह के मार्गदर्शन पर थाना प्रभारी कुसमुण्डा निरीक्षक लीलाधर राठौर के नेतृत्व में आरोपिया की गिरफ्तारी हेतु थाना कुसमुण्डा से विशेष टीम गठित किया गया तथा फरार आरोपिया की पतासाजी में टीम जुट गई पतासाजी दौरान ज्ञात हुआ कि आरोपिया तरूणी सारथी अपने मोबाईल को बंद करके बिलासपुर में जगह बदल बदल कर लुक छिप रही है, जिस पर थाना कुसमुण्डा पुलिस टीम उसके मिलने के संभावित स्थानों पर मुखबिर तैनात कर पतासाजी में जुट गई। जो पतासाजी दौरान मुखबिर से सूचना प्राप्त हुआ कि आरोपिया बिलासपुर के मोपका क्षेत्र में छिपकर रह रही है। जिसे घेराबंदी कर पकड़ा गया, आरोपिया से घटना के संबंध में पूछताछ करने पर नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी कर रकम लेना स्वीकार करने पर विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
उपरोक्त कार्यवाही में थाना कुसमुण्डा पुलिस टीम से निरीक्षक लीलाधर राठौर, म.प्र.आर. जलवेश कंवर, प्र. आर. ईश्वरी लहरे, राजनारायण सिंह, आरक्षक पुष्पेन्द्र पटेल, संजय सिंह की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।